मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में तेज बारिश के चलते दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है। अमरकंटक से लौट रहे एक परिवार की कार तेज बहाव में फंसकर नाले में बह गई, जिससे पति-पत्नी और दो मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई।
यह हादसा रविवार रात हुआ और सोमवार को सभी शव बरामद किए गए।
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कैसे हुआ हादसा: पुलिया टूटने से बह गई कार
- हादसा अनूपपुर मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर रीवा-अमरकंटक मुख्य मार्ग पर हुआ।
- भारी बारिश के कारण किरर घाट की सजहा पुलिया टूट गई थी।
- रात करीब 9 बजे एक स्विफ्ट डिजायर कार (MP 65 C 1047) पुलिया पार करते समय पानी के तेज बहाव में बह गई।
- कार में मौजूद थे:
- चंद्रशेखर यादव (38) – एसईसीएल, जमुना कोतमा क्षेत्र में पदस्थ
- प्रीती यादव (37) – अस्पताल में स्टाफ नर्स
- बेटा रेयांश (8 वर्ष)
- बेटा शिवी (2 वर्ष)
स्थानीय लोगों ने दी थी चेतावनी, फिर भी नहीं रुके
परिवार अमरकंटक घूमने के बाद लौट रहा था।
जब कार सजहा वेयरहाउस के पास पहुँची, तब वहां पानी का बहाव बहुत तेज था।
- स्थानीय लोगों ने रोकने की कोशिश की, लेकिन चंद्रशेखर आगे बढ़ गए।
- बहाव इतना तेज था कि कार वहीं बंद हो गई और फिर बहकर नाले में जा गिरी।
12 घंटे की रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शव मिले
- SDRF की टीम ने रविवार देर रात ही प्रीति यादव का शव बरामद कर लिया था।
- बाकी तीन शव – चंद्रशेखर और दोनों बच्चों के – घटनास्थल से 5 किलोमीटर दूर मिले।
- कार बुरी तरह चकनाचूर हो चुकी थी – दरवाजा और बोनट अलग-अलग स्थानों पर मिले।
प्रशासन और राहत टीम का संयुक्त प्रयास
12 घंटे तक चली राहत-बचाव कार्य में शामिल रहीं टीमें:
- SDRF (State Disaster Response Force)
- NDRF (National Disaster Response Force)
- जिला प्रशासन और SECL की टीमें
इनके प्रयास से सभी शव बरामद किए जा सके।
लापरवाही बना जानलेवा
यह हादसा हमें यह सिखाता है कि प्राकृतिक आपदा के समय सतर्कता कितनी जरूरी है।
यदि चेतावनी को गंभीरता से लिया जाता, तो शायद चार जिंदगियां बच सकती थीं।





