राजधानी दिल्ली के एक निवासी से क्रेडिट कार्ड ब्लॉक करने के नाम पर 10 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी का मामला सामने आया है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में झारखंड के कुख्यात जामताड़ा से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
कैसे हुई ठगी?
पीड़ित केसी बर्थवाल (49), जो दिल्ली के पालम इलाके के निवासी हैं, ने 5 अप्रैल को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उन्हें एक फोन कॉल आया जिसमें खुद को सरकारी बैंक के क्रेडिट कार्ड विभाग का कर्मचारी बताया गया।
कॉलर ने कहा कि उनके कार्ड को ब्लॉक करना जरूरी है और इसके लिए एक लिंक भेजा गया। बर्थवाल ने बिना संदेह किए उस लिंक पर क्लिक कर दिया। इसके बाद उन्होंने अपने क्रेडिट कार्ड की जरूरी जानकारियां जैसे कार्ड नंबर, CVV और एक्सपायरी डेट साझा कर दी।
इंटरनेट बैंकिंग की जानकारी भी उगली गई
ठगी यहीं नहीं रुकी। कुछ देर बाद एक और कॉल आया जिसमें उनसे इंटरनेट बैंकिंग से जुड़ी गोपनीय जानकारियां भी पूछी गईं। जानकारी मिलते ही आरोपियों ने पीड़ित के खाते से 10.80 लाख रुपये निकाल लिए।
जामताड़ा से पकड़ में आए आरोपी
पुलिस जांच में पता चला कि इस साइबर ठगी के तार झारखंड के जामताड़ा से जुड़े हैं, जो देशभर में साइबर क्राइम के लिए बदनाम है। पुलिस ने गुप्त तरीके से स्थानीय आदिवासी परिधान पहनकर इलाके में दो दिन तक निगरानी की।
इसके बाद तीन आरोपियों — मुजफ्फर जिलानी, अफ्ताब अंसारी और मोहम्मद इकबाल रज़ा को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस की सतर्कता से बड़ी ठगी का खुलासा
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, साइबर ठगों ने बेहद शातिर तरीके से फर्जी कॉल्स और फिशिंग लिंक के जरिए ठगी को अंजाम दिया। समय रहते कार्रवाई न होती तो यह गिरोह और लोगों को भी निशाना बना सकता था।
सावधानी ही बचाव है
इस तरह की ठगी से बचने के लिए पुलिस और साइबर विशेषज्ञों की सलाह है:
✔️ अनजान नंबर से आए किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।
✔️ बैंक या किसी संस्थान का कर्मचारी कभी भी कॉल कर गोपनीय जानकारी नहीं मांगता।
✔️ कार्ड, CVV, ओटीपी, इंटरनेट बैंकिंग डिटेल्स किसी से साझा न करें।
✔️ किसी संदिग्ध कॉल या मैसेज की तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें।
जामताड़ा क्यों बदनाम है?
झारखंड का जामताड़ा जिला बीते कई सालों से देशभर में साइबर ठगी का गढ़ बना हुआ है। यहां से फर्जी कॉल्स, फिशिंग लिंक और ऑनलाइन ठगी के सैकड़ों मामले सामने आते हैं। हालांकि, पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद कई गिरोहों का पर्दाफाश हो चुका है।
अगर आप भी किसी ठगी का शिकार हुए हैं, तो बिना देर किए साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।