BY: Yoganand Shrivastva
जबलपुर, जबलपुर जिले के मझौली ब्लॉक से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां के एक अतिथि शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी, जो शादी के इरादे से उत्तर प्रदेश के कुशीनगर गए थे, लापता होने के 27 दिन बाद मृत पाए गए। शुरुआती जांच में सामने आया है कि शादी का झांसा देकर उनकी हत्या लूट के इरादे से की गई।
शादी के लिए कुशीनगर पहुंचे थे, नहीं लौटे वापस
49 वर्षीय इंद्र कुमार तिवारी ने अपने गांव पड़वार (ब्लॉक मझौली, जिला जबलपुर) में शादी के लिए लंबे समय से प्रयास कर रहे थे। इसी बीच उनका रिश्ता यूपी के कुशीनगर जिले की एक युवती ‘खुशी’ से तय हुआ था। इंद्र कुमार ने अपने खेत की एक एकड़ जमीन गिरवी रखकर करीब 1.5 लाख रुपये जुटाए, जिससे दुल्हन के लिए गहने खरीदे।
30 मई को वह शादी करने के इरादे से कुशीनगर रवाना हुए। 5 जून तक उन्होंने फोन पर अपने परिचितों से बातचीत की, लेकिन इसके बाद उनका मोबाइल अचानक बंद हो गया।
वायरल वीडियो बना मौत की वजह?
कुछ दिन पहले इंद्र कुमार तिवारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वे जबलपुर में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज से पूछ रहे थे— “मेरी शादी कब होगी?” पुलिस को आशंका है कि इस वीडियो को देखकर किसी गिरोह ने उन्हें निशाना बनाया और शादी के नाम पर फंसाया।
27 जून को मिली लाश, जेवर और मोबाइल गायब
8 जून को उनके लापता होने की शिकायत जबलपुर के मझौली थाने में दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने मोबाइल सर्विलांस और सोशल मीडिया ट्रेसिंग शुरू की। आखिरकार 27 जून को यूपी के कुशीनगर ज़िले के उपासपुर गांव में एक अज्ञात शव मिला, जिसकी पहचान इंद्र कुमार तिवारी के रूप में हुई।
शव के पास न मोबाइल मिला, न गहने, न ही नगद रकम— जिससे यह साफ हो गया कि लूट के बाद हत्या की गई।
एक आरोपी गिरफ्तार, जांच जारी
मझौली थाना प्रभारी जेपी द्विवेदी के अनुसार, कुशीनगर निवासी कौशल गौड़ को गिरफ्तार किया गया है। उससे पूछताछ जारी है और मुख्य जांच अब उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की जा रही है।
शिक्षक की सादगी और अकेलापन बना कमजोरी
ग्रामीणों के अनुसार, इंद्र कुमार बेहद शांत और सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। उनके माता-पिता का वर्षों पहले निधन हो चुका था और उनके पास कोई करीबी रिश्तेदार भी नहीं था। वह गांव में अकेले रहते थे, स्कूल में पढ़ाने के साथ खेती भी करते थे।
जबलपुर से यूपी तक फैली साजिश की परतें खुलेंगी?
इस घटना ने कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं— क्या वायरल वीडियो के आधार पर साजिश रची गई? क्या इंद्र कुमार को जानबूझकर लुभाया गया? क्या ऐसे और भोले-भाले लोग भी निशाना बन रहे हैं?
पुलिस अब पूरे नेटवर्क की तलाश में है और यह भी जांच रही है कि क्या यह एक संगठित गिरोह का हिस्सा था जो सोशल मीडिया के ज़रिए शिकार ढूंढता है