BY: Yoganand Shrivastava
टोक्यो (जापान): जापान में लंबे समय से बहुचर्चित ‘ट्विटर किलर’ केस में दोषी करार दिए गए ताकाहिरो शिराशी को फांसी दे दी गई है। शिराशी ने साल 2017 में 8 महिलाओं और 1 पुरुष की हत्या कर उनके शवों के टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे। जापान के न्याय मंत्रालय ने शुक्रवार को पुष्टि की कि उसे टोक्यो डिटेंशन हाउस में सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच फांसी दी गई।
‘मदद’ के बहाने बनाया शिकार
जांच एजेंसियों के अनुसार, शिराशी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (अब एक्स) के माध्यम से आत्महत्या की बात करने वाले लोगों को खोजता था। वह खुद को ‘आत्महत्या में मदद करने वाला’ बताकर लोगों का भरोसा जीतता और फिर उन्हें अपने अपार्टमेंट में बुलाता। वहां वह महिलाओं से दुष्कर्म करता और फिर उनकी हत्या कर देता था।
महिला पीड़ितों के साथ क्रूरता, प्रेमी को भी मारा
शिराशी ने आठ युवतियों के साथ दुष्कर्म कर उनकी हत्या की। इनमें से कई पीड़िताएं किशोरावस्था में थीं। इसके अलावा एक पुरुष, जो एक महिला पीड़िता का प्रेमी था, जब उसकी गर्लफ्रेंड की खोज में पहुंचा, तो शिराशी ने उसकी भी हत्या कर दी।
2017 में खुला था मामला, 2020 में सुनाई गई थी सजा
पुलिस को साल 2017 में शिराशी के अपार्टमेंट में कोल्ड स्टोरेज से मानव अंगों के टुकड़े बरामद हुए थे। इसके बाद गिरफ्तारी हुई और 2020 में टोक्यो की एक अदालत ने उसे मृत्युदंड सुनाया था। चार साल तक चली कानूनी प्रक्रिया के बाद अब उसे फांसी दे दी गई।
जापान में आत्महत्या दर और बहस
जापान में आत्महत्या की दर वैश्विक स्तर पर काफी उच्च मानी जाती है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में इसमें गिरावट आई थी, लेकिन अब दोबारा आत्महत्या के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। शिराशी जैसे मामलों को लेकर देश में मृत्युदंड की वैधता पर भी बहस तेज हो गई है। कुछ मानवाधिकार संगठनों ने मौत की सजा को खत्म करने की मांग की है, लेकिन आम जनता का रुख सख्त सजा के समर्थन में बना हुआ है।
महत्वपूर्ण तथ्य संक्षेप में:
- दोषी: ताकाहिरो शिराशी (उर्फ ‘ट्विटर किलर’)
- पीड़ित: 8 महिलाएं, 1 पुरुष
- अपराध: दुष्कर्म, हत्या, शवों के टुकड़े
- गिरफ्तारी: 2017
- सजा: 2020 में मृत्युदंड
- फांसी दी गई: जून 2025, टोक्यो डिटेंशन हाउस