पणजी: गोवा सरकार के पर्यटन विभाग ने राज्य के समुद्र तटों पर टाउट और अवैध व्यापार की समस्या को लेकर सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। इसका मकसद पर्यटकों की सुरक्षा और अनुभव को बेहतर बनाना है, साथ ही यह सुनिश्चित करना है कि केवल अधिकृत व्यवसाय ही समुद्र तटों पर संचालित हों।
पर्यटन विभाग ने शैक ऑपरेटर्स, बीच एसोसिएशन और अन्य हितधारकों को निर्देश जारी किए हैं कि वे समुद्र तटों पर टाउट और अवैध विक्रेताओं को काम करने से रोकें। बीच एसोसिएशन ने अगर इस समस्या पर काबू नहीं पाया, तो पर्यटन विभाग कानूनी तंत्र का इस्तेमाल कर इन गैरकानूनी गतिविधियों को हमेशा के लिए रोक देगा।

इसके अलावा, बीच शैक ऑपरेटर्स को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि उनके परिसर में कोई अवैध व्यापार न हो। विभाग बीच एसोसिएशन को और अधिक अधिकार देने के लिए सख्त नियमों पर भी विचार कर रहा है, ताकि वे इन मुद्दों को प्रभावी ढंग से हल कर सकें।
इस संबंध में, पर्यटन निदेशक केदार नायक ने कहा, “पर्यटन विभाग गोवा में पर्यटकों के लिए एक सुविधाजनक और सुरक्षित माहौल बनाने की दिशा में काम कर रहा है। समुद्र तटों पर टाउट और अवैध व्यापार की समस्या से निपटना गोवा की प्रीमियम ट्रैवल डेस्टिनेशन की छवि को बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए मजबूत कदम उठाते रहेंगे कि पर्यटक बिना किसी परेशानी के हमारे समुद्र तटों का आनंद ले सकें।”
पर्यटकों और हितधारकों को भी बीच विजिल ऐप के माध्यम से टाउट से जुड़ी शिकायतें दर्ज करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। सरकार ने पर्यटकों के लिए एक सहज और सुरक्षित अनुभव सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता जताई है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- गोवा के समुद्र तटों पर टाउट और अवैध व्यापार पर सख्त कार्रवाई।
- शैक ऑपरेटर्स और बीच एसोसिएशन को अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के निर्देश।
- पर्यटकों की सुरक्षा और अनुभव को बेहतर बनाने पर जोर।
- बीच विजिल ऐप के जरिए शिकायतें दर्ज करने की सुविधा।
गोवा सरकार का यह कदम पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए भी एक बड़ी राहत साबित होगा।