हरियाणा: कलायत के गांव मटौर के 18 वर्षीय सुशील की अमेरिका से घर वापिसी हो रही है। इसकी सूचना परिवार को मिल चुकी है। छह माह पहले ही किसान परिवार परिवार का यह युवा रोजगार के लिए विदेश गया था। इसके लिए परिवार ने अपनी सारी डेढ़ एकड़ खेती भूमि बेची थी। 40 से 50 लाख रुपए खर्च करने पर भी अब युवा को खाली हाथ घर लौटना पड़ रहा है। इससे घर मायूसी है। सुशील के चाचा कृष्ण ने बताया कि भतीजा कबड्डी खेल का बेहतरीन खिलाड़ी रहा है। कुशल प्रदर्शन करते हुए युवा ने खेल मैडलों से प्रदेश की झोली भरते हुए देश में इलाके का नाम रोशन किया। परिवार मेंं रोजगार न होने के कारण पिता अजमेर सिंह व माता सुदेश रानी ने बेटे को विदेश मेंं भेजने का मन बनाया। उन्हें आस थी कि छोटा बेटा विदेश में काम करेगा और बड़ा बेटा घर में बड़े-बुजुर्गों का सहारा होगा। जैसे ही सुशील को अमेरिका से घर वापिस किया गया उससे सारे सपने बिखर गए। किसान परिवार ने बेबसी ने ऐसा घेरा कि वे न तो हंस पा रहे हैं और खुलकर दर्द बयान हो रहा। खेड़ी लांबा गांव में भी हो रही युवा की वापिसी:
कलायत के मटौर गांव के साथ-साथ खेड़ी लांबा गांव में भी 36 वर्षीय रमेश की अमेरिका से घर वापिसी के दर्द से परिवार को झटका लगा है। युवा काफी समय से पहले किसी अन्य देश में रहते हुए रोजी कमा रहा था। बाद उसने अमेरिका की राह पकड़ी। उसे नहीं मालूम था कि अमेरिका से उसे इस तरह विवश होकर आना पड़ेगा।
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