सिहोर: आष्टा में रहने वाले कारोबारी मनोज परमार ने अपनी पत्नी के साथ खुदकुशी कर ली। माना जा रहा है कि, मनोज का परिवार किसी बात से बेहद डरा हुआ था। 5 दिसंबर को मनोज के घर पर ईडी ने छापेमार कार्रवाई की थी। छापे के दौरान मनोज की चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज़ ज़ब्त कर लिए गए थे। साथ ही उनके बैंक खाते भी फ्रीज़ कर दिए गए थे। मनोज का परिवार छापे के बाद से काफी परेशान था, क्योंकि ईडी ने उनके इंदौर, सीहोर समेत कई ठिकानों पर छापा मारा था।
गुल्लक देकर मशहूर हुए थे मनोज परमार
13 दिसंबर की सुबह मनोज और उनकी पत्नी नेहा परमार के शव फंदे पर लटके मिले थे। मौके पर मौजूद लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरु कर दी है। पुलिस ने मौका ए वारदात से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। बता दे कि, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मनोज के बच्चों ने राहुल गांधी को गुल्लक दिया था जिसके बाद मनोज सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे।
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सरकार पर साधा निशाना
मनोज और उनकी पत्नी की खुदकुशी के बाद से आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। कांग्रेस ने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि, ‘आष्टा सिहोर जिला मप्र के मनोज परमार को बिना कारण ईडी ने परेशान किया था। मनोज परमार के बच्चों ने राहुल गांधी जी को भारत जोड़ो यात्रा के समय गुल्लक भेंट की थी। मनोज के घर पर ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर भोपाल संजीत कुमार साहू द्वारा रेड की गई थी। मनोज के अनुसार उस पर रेड इसलिए डाली गई क्योंकि वह कांग्रेस का समर्थक है’। दिग्गी राजा ने आगे लिखा कि, ‘मैंने मनोज के लिए वकील की व्यवस्था भी की थी, लेकिन बड़े दुख की बात है कि उसने और उसकी पत्नी ने आज सुबह आत्महत्या कर ली। में इस प्रकरण में ईडी के डायरेक्टर से निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं’।
आष्टा सिहोर जिला मप्र के मनोज परमार को बिना कारण ED द्वारा परेशान किया जा रहा था। मनोज परमार के बच्चों ने राहुल जी को भारत जोड़ो यात्रा के समय गुल्लक भेंट की थी। मनोज के घर पर ED के Astt Director भोपाल संजीत कुमार साहू द्वारा रेड की गई थी। मनोज अनुसार उस पर रेड इसलिए डाली गई…
— Digvijaya Singh (@digvijaya_28) December 13, 2024
नेता प्रतिपक्ष जीतू पटवारी के आरोप
मध्यप्रदेश में नेता प्रतिपक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि, ‘यह आत्महत्या नहीं हत्या है। यह सरकारी हत्याएं है। दो साल पहले इन पर सीबीआई केस हुआ था। अब ईडी आकर इन पर कार्रवाई कर रही थी। मनोज के बच्चों ने मुझे बताया कि, हमें बीजेपी ज्वाइन करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। यह ईडी के दुरूपयोग का सबसे बड़ा मामला। इन मासूम बच्चों का क्या गुनाह है। मनोज के तीन बच्चे है। क्या यहीं नया भारत है’।