Mohit Jain
Gwalior News: ग्वालियर में 25 दिसंबर को तबला दिवस और ग्वालियर गौरव दिवस के अवसर पर एक विशेष सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर देश-विदेश में अपनी अलग पहचान बना चुके गायक कैलाश खेर अपनी गायकी से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संस्कृति विभाग के माध्यम से इस कार्यक्रम के लिए उनकी प्रस्तुति को मंजूरी दी है।

कार्यक्रम का आयोजन मेला मैदान में किया जाएगा, जिसकी शुरुआत शाम 7 बजे से होगी। शास्त्रीय संगीत, घरानों और सुर साधना की परंपरा के लिए प्रसिद्ध ग्वालियर में यह आयोजन सांस्कृतिक दृष्टि से खास माना जा रहा है। भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आयोजित ग्वालियर गौरव दिवस को यह प्रस्तुति और यादगार बनाएगी।
कैलाश खेर की गायकी में लोक, सूफी, भक्ति और कव्वाली का अनूठा मेल देखने को मिलता है। उनकी आवाज श्रोताओं को आत्मिक शांति और आध्यात्मिक अनुभव से जोड़ती है। वे अब तक लगभग 18 भाषाओं में गीत गा चुके हैं और फिल्म जगत में भी अपनी मजबूत पहचान बना चुके हैं।

“तेरी दीवानी”, “अल्लाह के बंदे”, “बम लहरी”, “यूं ही चला चल राही” और “चांद सिफारिश” जैसे गीतों से उन्होंने हर वर्ग के संगीत प्रेमियों के दिलों में खास जगह बनाई है।
इस आयोजन के जरिए तबला दिवस पर भारतीय ताल वाद्य की परंपरा को सम्मान दिया जाएगा, वहीं ग्वालियर गौरव दिवस पर स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को संगीत और संस्कृति के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। यह कार्यक्रम ग्वालियर की सांस्कृतिक पहचान को और मजबूती देने वाला माना जा रहा है।





