Report By: Amit Shrivastava, Edit By: Priyanshi Soni
Orchha: निवाड़ी जिले की ऐतिहासिक और धार्मिक नगरी ओरछा एक अनोखे विवाह की साक्षी बनी, जहां स्पेन से आए एक विदेशी जोड़े ने भारतीय संस्कृति, वैदिक रीति-रिवाजों और सनातन परंपराओं के अनुसार विवाह रचाया। स्पेन निवासी 54 वर्षीय चीरो और 50 वर्षीय ऑडरा ने बतेश्वर मंदिर में पूरे विधि-विधान के साथ पाणिग्रहण संस्कार संपन्न कराया।
Orchha: वैदिक मंत्रों के बीच संपन्न हुआ पाणिग्रहण संस्कार
विदेशी दूल्हा-दुल्हन की शादी पूरी तरह पारंपरिक हिंदू विवाह की तरह संपन्न हुई। पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विवाह की रस्में कराईं। जयमाला से लेकर सात फेरे तक सभी परंपराएं निभाई गईं। पीले जोड़े में सजी दुल्हन ऑडरा और सेहरे में सजे दूल्हा चीरो श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के आकर्षण का केंद्र बने रहे।
हिंदू संस्कृति से प्रभावित होकर लिया विवाह का निर्णय
दंपती ने बताया कि वे भारतीय संस्कृति, हिंदू रीति-रिवाजों और सनातन संस्कारों से गहराई से प्रभावित हैं। पश्चिमी देशों में रिश्तों के टूटने और तलाक की बढ़ती प्रवृत्ति के बीच उन्होंने हिंदू विवाह पद्धति को अपनाते हुए सात जन्मों तक साथ निभाने का संकल्प लिया।
रामराजा सरकार से लिया आशीर्वाद
विवाह के बाद दंपती ने रामराजा सरकार के दर्शन कर दांपत्य जीवन के लिए आशीर्वाद लिया। जोड़े का कहना है कि रामराजा की नगरी में एक-दूसरे का हाथ थामने की उनकी इच्छा आज पूरी हुई है और उन्हें पूरा विश्वास है कि सनातन संस्कारों के अनुसार हुआ यह पाणिग्रहण जीवन भर अटल और सफल रहेगा।
ओरछा बना संस्कार और संस्कृति का साक्षी
इस अनोखे विवाह ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारतीय संस्कृति और वैदिक परंपराएं न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी लोगों को आकर्षित कर रही हैं। ओरछा की पावन धरती पर रचा गया यह विवाह सनातन परंपराओं की वैश्विक स्वीकार्यता का प्रतीक बन गया।





