आज के आधुनिक युग में यहां परिवार रुपी संस्था बिखरती जा रही है। वहीं पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में एक संयुक्त परिवार ने अनोखी मिसाल कायम की है। गिरिपार क्षेत्र के एक गांव में लोग एक साथ ना सिर्फ मिलकर रहने की बल्कि शादी ब्याह और त्यौहार बनाने की परंपरा आज भी निभा रहे हैं। गिरिपार में 50 से अधिक सदस्यों वाला संयुक्त परिवार है, जिनका एक ही चूल्हा है। इस परिवार की एकता और प्यार की हर कोई प्रशंसा होती है।
शादी हो तो ऐसी, प्रदेश में अनोखी मिसाल
कमरऊ के मुनाणा गांव से एक ही घर से एक साथ चार बरातें निकली। गांव के एक संयुक्त परिवार में चार भाई मदन तोमर, रामलाल तोमर, सूरत सिंह व पूरण तोमर हैं। इस संयुक्त परिवार ने इस वर्ष चारों बेटों का विवाह करवाने का फैसला लिया। इस दौरान सबसे बड़े भाई मदन सिंह के पुत्र अजय का विवाह गांव मकड़ाना निवासी उमा से होने जा रहा है। रामलाल तोमर उर्फ गटू के दो पुत्रों राहुल का विवाह नघेता निवासी बबली से तथा रोहित का विवाह दंदोग निवासी बबीता से तथा सूरत सिंह के पुत्र विजय उर्फ सचिन का विवाह गोरखूवाला निवासी दीपा के साथ हो रहा है।
बता दें कि गिरिपार क्षेत्र का कमरऊ गांव खनन क्षेत्र के लिए देशभर में काफी चर्चित रहा है। नब्बे के दशक में इस गांव को एशिया के सबसे अमीर गांवों की सूची में शामिल किया गया था। अब कमरऊ गांव एक और अनूठी पहल के लिए चर्चा में आ गया है।
हिमाचल प्रदेश में पहली बार ऐसा विवाह
केंद्रीय हाटी समिति महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री, उदय शर्मा, शेर सिंह ठाकुर व इंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि संयुक्त परिवार का यह अनूठा उदाहरण है। गिरिपार में 50 से अधिक सदस्यों वाले संयुक्त परिवार हैं, जिनका एक ही चूल्हा है। नब्बे के दशक में इस गांव को एशिया के सबसे अमीर गांवों की सूची में शामिल किया गया था।