BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर: क्राइम ब्रांच ने इस साल साइबर फ्रॉड के शिकार हुए लोगों को 14 करोड़ रुपये से अधिक की राशि लौटाई है। सबसे अधिक रकम जून महीने में वापस की गई। साल 2025 में लगभग 4,500 लोग साइबर फ्रॉड के शिकार हुए थे, जिनमें कई मामलों में क्राइम ब्रांच ने तेज और प्रभावी कार्रवाई की।
एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन टीमों ने इस साल पीड़ितों को कुल 14,33,57,247 रुपये वापस कराए। इसके अलावा, क्राइम ब्रांच ने हजारों खातों को फ्रीज किया और 250 से अधिक हैक किए गए सोशल मीडिया अकाउंट रिकवर किए। वहीं, 300 से ज्यादा फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट जिन्हें लोगों के नाम और फोटो से बनाया गया था, उन्हें ब्लॉक भी कराया गया।
महीनेवार राशि वापसी
- जनवरी: 70,32,307
- फरवरी: 81,95,694
- मार्च: 60,10,955
- अप्रैल: 61,54,890
- मई: 1,73,04,552
- जून: 1,86,62,205
- जुलाई: 1,78,82,194
- अगस्त: 1,49,71,122
- सितंबर: 1,68,10,000
- अक्टूबर: 1,30,94,421
- नवंबर: 1,72,38,907
साइबर फ्रॉड की आम शिकायतें
- ऑनलाइन निवेश, ट्रेडिंग, गेमिंग और टास्क के नाम पर धोखाधड़ी।
- बैंक अधिकारियों का जाल बिछाकर KYC अपडेट, रिवॉर्ड पॉइंट या क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के नाम पर ठगी।
- डेटिंग और मैट्रिमोनियल साइट्स पर ठगी।
इंदौर क्राइम ब्रांच ने लोगों से अपील की है कि ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए Safe Clicks-AI Agentic solutions (Chatbot) का उपयोग करें। साइबर फ्रॉड की शिकायत के लिए 7049124445 पर संपर्क किया जा सकता है या NCRP पोर्टल/वेबसाइट के जरिए रिपोर्ट दर्ज कराई जा सकती है।





