BY: Yoganand Shrivastva
पेड प्रमोशन की बढ़ती प्रवृत्ति पर अभिनेत्री यामी गौतम ने खुलकर नाराजगी जताई है। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘हक’ से सराहना पाने वाली यामी ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक विस्तृत पोस्ट साझा कर बताया कि किस तरह यह चलन रचनात्मकता को नुकसान पहुंचा रहा है और फिल्म उद्योग के माहौल को नकारात्मक दिशा में ले जा रहा है। यामी की इस बेबाक राय को अभिनेता ऋतिक रोशन का भी पूरा समर्थन मिला है।
यामी गौतम ने क्या कहा?
यामी ने अपने पोस्ट में लिखा कि लंबे समय से वे इस मुद्दे को उठाना चाहती थीं। उनके अनुसार,
- फिल्मों के प्रमोशन के नाम पर पैसे लेकर सकारात्मक रिपोर्टिंग करने और न देने पर नकारात्मक बातें लिखने की जो प्रथा चल पड़ी है, वह किसी “जबरन वसूली” से कम नहीं है।
- उन्होंने कहा कि यह संस्कृति धीरे-धीरे उद्योग की सेहत को खराब कर रही है और भविष्य में इसके गंभीर दुष्परिणाम सामने आ सकते हैं।
- यामी के मुताबिक, कई बार फिल्म रिलीज होने से पहले ही नकारात्मक लेख और समीक्षाएं लिख दी जाती हैं, जब तक कि फिल्म निर्माता प्रमोशन के नाम पर पैसे न दें।
- उन्होंने फिल्म जगत के निर्माताओं, निर्देशकों और कलाकारों से आग्रह किया कि वे इस गलत प्रथा को खत्म करने के लिए एकजुट हों।
यामी ने आगे कहा कि वे यह अपील केवल एक कलाकार के रूप में नहीं बल्कि एक “ईमानदार फिल्मकार की पत्नी” के तौर पर कर रही हैं, जिसने अपनी मेहनत और लगन से फिल्म को आकार दिया है।
ऋतिक रोशन ने दी प्रतिक्रिया
यामी की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए ऋतिक रोशन ने लिखा कि इस चलन से सबसे ज्यादा नुकसान पत्रकारिता की असली आवाज को होता है।
- ऋतिक ने कहा कि पत्रकारों की वास्तविक राय—चाहे वह सराहना हो या आलोचना—फिल्मकारों के विकास में मदद करती है, लेकिन पेड़ प्रमोशन की वजह से उनकी अभिव्यक्ति की आज़ादी कहीं खोती जा रही है।
- उन्होंने कहा कि जब सच्ची प्रतिक्रिया ही खत्म हो जाएगी तो कलाकार और पत्रकार दोनों ही अपने काम में संतुष्टि महसूस नहीं कर पाएंगे।
- यामी और ऋतिक दोनों का मानना है कि उद्योग को इस ‘नए सामान्य’ बन चुकी गलत परंपरा के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए ताकि भारतीय सिनेमा का माहौल स्वस्थ और रचनात्मक बना रहे।





