रेल यात्रियों की सुरक्षा और लोको पायलटों की कार्य स्थितियों में सुधार की मांग को लेकर ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (AILRSA) ने 48 घंटे का देशव्यापी शांतिपूर्ण भूख अनशन शुरू कर दिया है। यह अनशन 2 दिसंबर 2025 प्रातः 10 बजे से 4 दिसंबर 2025 प्रातः 10 बजे तक चलेगा। इस दौरान देश भर के सभी लोको पायलट भूखे रहते हुए ट्रेनें चलाएंगे, ताकि सरकार तक उनकी आवाज मजबूती से पहुंच सके।
आंदोलन का कारण
संगठन के पदाधिकारियों —
सी.डब्ल्यू.सी. सदस्य रामस्वरूप गुर्जर,
जोनल अध्यक्ष नारायण लाल,
जोनल सचिव देवेंद्र सिंह,
जोनल वर्किंग प्रेसिडेंट शंभूदयाल गुर्जर,
मंडल अध्यक्ष हेमंत कुमार सेन
और मंडल सचिव रमेश चंद मीणा — ने बताया कि बार-बार ज्ञापनों, वार्ताओं और आश्वासनों के बावजूद ठोस निर्णय न होने के कारण यह अनशन मजबूरी में किया जा रहा है। यह आंदोलन किसी राजनीतिक उद्देश्य से नहीं, बल्कि रेलवे सुरक्षा, यात्रियों की जान और कर्मचारियों के सम्मान के लिए किया जा रहा है।

लोको पायलटों की पांच मुख्य मांगे
डीए 50% होने पर 25% किलोमीटर भत्ता बढ़ाया जाए
- महंगाई भत्ता 50% तक पहुंच चुका है।
- इसके बावजूद किलोमीटर भत्ता पुराने स्तर पर ही दिया जा रहा है।
- जोखिमपूर्ण ड्यूटी करने वाले लोको पायलटों के भत्तों में वृद्धि न होना भारी अन्याय बताया जा रहा है।
रनिंग एलाउंस पर 70% आयकर छूट बहाल की जाए
- वर्ष 1982 से रनिंग स्टाफ को आयकर में विशेष छूट दी जाती रही है।
- यह भत्ता व्यक्तिगत आमदनी न होकर भोजन, ठहराव, यात्रा और थकान की भरपाई के लिए होता है।
- वर्ष 2008 के बाद इसमें कटौती कर दी गई, जिससे आर्थिक बोझ बढ़ा।
- मांग है कि कम से कम 70% रनिंग एलाउंस को फिर से कर-मुक्त किया जाए।
पर्याप्त विश्राम समय लागू किया जाए
- सुरक्षित ट्रेन संचालन का आधार तरोताजा लोको पायलट है।
- कर्मचारियों को पर्याप्त विश्राम न मिलने से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता है।
- मांग: आवधिक विश्राम 16 + 30 घंटे अनिवार्य किया जाए।
कॉल-बैक नोटिस का पालन किया जाए
- मुख्यालय (HQ) रेस्ट: 2 घंटे कॉल-बैक नोटिस
- आउटस्टेशन रेस्ट: 8 घंटे रेस्ट + 2 घंटे कॉल-बैक नोटिस
- यह व्यवस्था सीधे यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ी हुई बताई गई है।
अधिकतम 8 घंटे की ड्यूटी सीमा लागू की जाए
- रेलवे की विजन 2020 रिपोर्ट में आश्वासन था कि लोको पायलटों की ड्यूटी 8 घंटे से अधिक नहीं होगी।
- वर्तमान में 12–14 घंटे तक ड्यूटी कराई जा रही है।
- मांग: SIGN ON से SIGN OFF तक अधिकतम 8 घंटे की ड्यूटी तत्काल लागू की जाए।
आंदोलन की चेतावनी
जोनल अध्यक्ष नारायण लाल ने कहा कि यदि 48 घंटे के इस शांतिपूर्ण भूख अनशन के बाद भी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया, तो संगठन अगला चरण शुरू करने के लिए बाध्य होगा। इसकी पूर्ण जिम्मेदारी रेलवे प्रशासन की होगी।
राजस्थान में आंदोलन का प्रभाव
जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और अजमेर मंडलों सहित पूरे देश में हजारों लोको पायलट 48 घंटे तक भूख अनशन पर हैं।
जयपुर मंडल में यह प्रदर्शन जयपुर, फुलेरा, बांदीकुई और रेवाड़ी की सभी कर्मीदल लॉबियों पर जारी रहेगा।





