by: vijay nandan
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमा स्थापना और मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने घोषणा की कि जिस स्थान पर भगवान महावीर ने अपना महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था, उस फाजिल नगर का नाम बदलकर पावा नगरी रखा जाएगा। सरकार ने इस नाम परिवर्तन की प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया है।
जैन परंपरा से जुड़ा उत्तर प्रदेश
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि Uttar Pradesh जैन धर्म की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत का केंद्र रहा है।
उन्होंने बताया कि पहले जैन तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव, और अयोध्या में जन्म लेने वाले चार पवित्र जैन तीर्थंकर, राज्य की ऐतिहासिक आध्यात्मिक पहचान को दर्शाते हैं। सीएम योगी ने कहा कि काशी, जिसे विश्व की आध्यात्मिक राजधानी कहा जाता है, वह भी चार जैन तीर्थंकरों के अवतरण की साक्षी रही है। हाल ही में श्रावस्ती दौरे का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि भगवान संभवनाथ जी का जन्म भी उसी पवित्र भूमि पर हुआ था।

भारतीय परंपरा, त्याग और प्रेरणा की महागाथा
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की परंपरा ऋषियों, संतों और मुनियों के त्याग और तपस्या पर आधारित है। यह विरासत केवल कुछ नामों तक सीमित नहीं, बल्कि अनगिनत युगों की प्रेरणादायक कहानी है जिसने विश्व मानवता को मार्गदर्शन दिया है। उन्होंने कहा कि यही आध्यात्मिक धरोहर आज भी भारत में समान श्रद्धा और भाव के साथ आगे बढ़ रही है।
राम मंदिर पर भी बोले सीएम योगी
सीएम योगी ने अयोध्या में हाल ही में सम्पन्न ऐतिहासिक क्षण का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भव्य भगवा ध्वज का आरोहण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हुआ। यह देश और विश्व के लिए सनातन संस्कृति की भव्यता का प्रतीक है।





