राजगढ़ में नए उद्योग और रेल लाइन की घोषणा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राजगढ़ जिले में विकास कार्यों की शुरुआत करते हुए कई बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि राजगढ़ क्षेत्र में 500 करोड़ रुपये की लागत से नए उद्योग स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ ही, रामगंज मंडी से भोपाल तक लगभग 275 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का निर्माण भी शुरू होगा। ये घोषणाएं रविवार को राजगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की गईं, जहां मुख्यमंत्री ने शौर्य स्मारक, जिला अस्पताल और अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

विकास का लाभ हर क्षेत्र तक पहुंचेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिससे मध्य प्रदेश के हर हिस्से को फायदा होगा। उन्होंने शिक्षकों और पुलिसकर्मियों के खाली पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू करने की भी जानकारी दी। साथ ही, राजगढ़ में जल्द ही मेडिकल कॉलेज की सुविधा शुरू करने का वादा किया। विभिन्न योजनाओं जैसे स्वामित्व योजना, उद्यम क्रांति योजना और खाद्य प्रसंस्करण इकाई योजना के तहत लाभार्थियों को सहायता भी प्रदान की गई।
जनकल्याणकारी योजनाओं पर जोर
कार्यक्रम में सीएम यादव ने लाड़ली लक्ष्मी, लाड़ली बहना, उज्जवला गैस और मुफ्त अनाज वितरण जैसी योजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और प्रदेश में विकास की गति तेज हुई है। हर विधानसभा क्षेत्र में हेलीपेड बनाने की योजना भी शुरू की जाएगी।
किसानों के लिए बड़ी पहल
मुख्यमंत्री ने किसानों से अपनी जमीन न बेचने की अपील की और बताया कि पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना से राजगढ़ सहित आसपास के इलाकों में सिंचाई की सुविधा बढ़ेगी। इस परियोजना से क्षेत्र का भूगोल और किसानों की किस्मत दोनों बदल जाएंगे। इसके अलावा, हर साल 10 लाख सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके तहत तीन साल में 30 लाख पंप स्थापित होंगे।
महिलाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार पर जोर देते हुए सीएम ने कहा कि रेडीमेड गारमेंट उद्योग में काम करने वाली हर महिला श्रमिक को 5,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
राजगढ़ में अन्य विकास कार्य
सीएम ने शौर्य स्मारक, जिला अस्पताल, रैन बसेरा, नए स्कूल भवन और विधि महाविद्यालय की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि फोरलेन सड़कें, मोहनपुरा-कुंडालिया परियोजना और नए उद्योगों से क्षेत्र का कायाकल्प होगा। पिछले दो दशकों में सूखे की समस्या से जूझ रहे इस क्षेत्र में अब विकास की नई उम्मीद जगी है।
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