वोडाफोन आइडिया ने 19 फरवरी 2025 को इंट्राडे ट्रेडिंग में अपनी शेयर कीमत में 4% से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की। इस वृद्धि के पीछे मुख्य कारण कंपनी का 4 फरवरी 2025 को लगाए गए गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) भुगतान को नकारना बताया जा रहा है।
GST नोटिस और कंपनी की प्रतिक्रिया
वोडाफोन इंडिया को केंद्रीय वस्तु और सेवा कर अधिनियम 2017 की धारा 74 के तहत एक आदेश प्राप्त हुआ है, जिसमें ₹16,96,94,250 का जुर्माना लगाया गया है। यह जुर्माना जीएसटी न भरने के कारण है, साथ ही इस पर लागू ब्याज और अन्य दावे भी शामिल हैं।
हालांकि, वोडाफोन आइडिया ने जीएसटी नोटिस में उठाए गए दावों को चुनौती दी है। कंपनी ने एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, “हम इस आदेश से सहमत नहीं हैं और हम इसे सुधारने या पलटने के लिए उचित कदम उठाएंगे।”
कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि इसके वित्तीय प्रभाव का अधिकतम असर कर मांग, ब्याज और जुर्माने तक ही सीमित होगा।
शेयरों में वृद्धि
कंपनी द्वारा इस नोटिस को नकारे जाने के बाद वोडाफोन आइडिया के शेयरों में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखी गई। दोपहर 2:40 बजे, कंपनी के शेयर एनएसई पर ₹8.23 प्रति शेयर पर 1.98% की वृद्धि के साथ कारोबार कर रहे थे।
वोडाफोन आइडिया के Q3 परिणाम
वोडाफोन आइडिया ने अपनी तिमाही (Q3 FY25) के परिणाम भी साझा किए हैं। कंपनी का समेकित शुद्ध घाटा वर्ष दर वर्ष घटकर ₹6,609.3 करोड़ हो गया, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह ₹6,985.9 करोड़ था।
इसके अलावा, कंपनी की परिचालन से आय ₹11,117.3 करोड़ रही, जो पिछले वर्ष की तीसरी तिमाही (Q3 FY24) के ₹10,673.1 करोड़ से 4.16% अधिक थी।
आगे की योजना
वोडाफोन आइडिया के CEO अक्षय मोंद्र ने कहा, “हम निवेशों को बढ़ावा दे रहे हैं और आने वाली तिमाहियों में कैपेक्स की गति तेज़ होने की उम्मीद है। 5G सेवाओं का चरणबद्ध रोलआउट भी शुरू हो चुका है, जो प्रमुख भौगोलिक क्षेत्रों को लक्ष्य करेगा।”
उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी ने पिछले 10 महीनों में ₹260 अरब की नई इक्विटी पूंजी प्राप्त की है और आने वाले तीन वर्षों में ₹500-550 अरब के नेटवर्क विस्तार निवेश की योजना है।