BY: Yoganand Shrivastva
हरिद्वार/देहरादून: सावन के पावन माह में उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत फर्जी साधु-संतों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य कांवड़ यात्रा को सुरक्षित, शुद्ध और धोखाधड़ी से मुक्त बनाना है। पुलिस ने हरिद्वार और देहरादून में अभियान चलाकर कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनमें 6 मुस्लिम और एक बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल हैं।
देहरादून में बांग्लादेशी नागरिक पकड़ा गया
ऑपरेशन के पहले ही दिन देहरादून पुलिस ने 25 संदिग्धों को हिरासत में लिया, जिनमें एक बांग्लादेशी नागरिक रूकन रकम उर्फ शाह आलम भी शामिल है। उसके पास से बांग्लादेशी पहचान पत्र भी मिला है। पुलिस के मुताबिक, ये सभी लोग साधु का वेश धारण कर भीख मांगने, ठगी और भ्रम फैलाने जैसी गतिविधियों में लिप्त थे।
हरिद्वार में भी अभियान तेज़
हरिद्वार पुलिस ने भी एसएसपी अजय सिंह के नेतृत्व में अभियान चलाकर 25 अन्य संदिग्धों को पकड़ा है। यह सभी साधु के भेष में आम जनता और कांवड़ियों को भ्रमित कर रहे थे। जांच में सामने आया कि ये लोग धार्मिक वेशभूषा का इस्तेमाल कर अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे।
साधु-संतों और श्रद्धालुओं का समर्थन
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने सरकार की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे कांवड़ यात्रा की पवित्रता बनी रहेगी और असली संतों की प्रतिष्ठा सुरक्षित रहेगी।
इसी तरह, विश्व हिंदू परिषद से जुड़े यशवीर महाराज ने भी हरिद्वार में ‘कांवड़ शुद्धि अभियान’ की शुरुआत की। उन्होंने दुकानदारों को भगवान वाराह की तस्वीरें और भगवा ध्वज वितरित किए और अपील की कि फर्जी साधुओं को किसी भी प्रकार की सहायता न दी जाए।
भोजन की गुणवत्ता और नॉन-वेज दुकानों पर सख्ती
कांवड़ मार्ग पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) की टीमें भोजन की गुणवत्ता की जांच कर रही हैं ताकि कांवड़ियों को शुद्ध और मिलावट रहित खाना मिले। साथ ही, मार्ग पर स्थित मांसाहारी दुकानों को एक महीने के लिए बंद कराया गया है ताकि धार्मिक भावना का सम्मान बना रहे।
सुरक्षा के खास इंतजाम और दिशा-निर्देश
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मुख्य हाईवे के बजाय निर्धारित ‘कांवड़ पट्टी’ मार्ग का इस्तेमाल करें जो केवल कांवड़ियों के लिए आरक्षित है और अधिक सुरक्षित है। इसके अलावा, प्रशासन ने निर्देश दिए हैं कि कांवड़ की ऊंचाई तय सीमा से अधिक न हो, ताकि बिजली के तारों से कोई दुर्घटना न हो सके।
भीड़ उमड़ने लगी हरिद्वार में
कांवड़ यात्रा की शुरुआत शुक्रवार से हो चुकी है और हरिद्वार, हर की पैड़ी सहित सभी प्रमुख घाटों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुटने लगे हैं। पूरा वातावरण ‘बम-बम भोले’ के जयकारों से गूंज रहा है।
उत्तराखंड सरकार का ‘ऑपरेशन कालनेमि’ न सिर्फ धार्मिक यात्राओं की शुद्धता को सुनिश्चित करने का प्रयास है, बल्कि यह राज्य में धार्मिक पहचान की आड़ में हो रही अवैध गतिविधियों पर भी कड़ा प्रहार है। इस अभियान को साधु-संतों, जनता और प्रशासन का पूरा समर्थन मिल रहा है।