रिपोर्टर: विशाल दुबे
मध्य प्रदेश के उज्जैन में SBI बैंक की शाखा में हुई करोड़ों की चोरी का आखिरकार पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। यह चोरी कोई साधारण घटना नहीं थी, बल्कि इसका मास्टरमाइंड कोई बाहरी व्यक्ति नहीं, बल्कि बैंक का ही एक कर्मचारी था।
पुलिस ने इस मामले में कुल पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से चोरी किया गया 5 करोड़ का सोना और 8 लाख रुपये नकद बरामद किया है। पुलिस की इस तत्परता ने न सिर्फ अपराधियों को पकड़ा, बल्कि लोगों का भरोसा भी कायम रखा।
कैसे हुई थी यह सनसनीखेज चोरी?
यह घटना महानंदा नगर कॉलोनी स्थित SBI बैंक शाखा की है, जहाँ चोरों ने चाबी से शटर और लॉकर खोलकर सोने और नकदी पर हाथ साफ किया था। चोरी की यह तरकीब और बड़ी रकम ने पुलिस के लिए इसे एक बड़ी चुनौती बना दिया था।
लेकिन उज्जैन पुलिस ने हार नहीं मानी। उन्होंने तुरंत जाँच शुरू की, सीसीटीवी फुटेज खंगाले और अन्य सबूतों की मदद से इस मामले की परतें खोलना शुरू किया। जाँच में उन्हें पता चला कि इस पूरी वारदात को अंजाम देने में बैंक के संविदाकर्मी जय भावसार का हाथ था। जय ने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर इस लूट की साजिश रची थी।
मास्टरमाइंड की पहचान और गिरफ्तारी
जांच के दौरान पुलिस ने जय भावसार को मुख्य साजिशकर्ता के रूप में पहचाना। पुलिस अधीक्षक (SP) प्रदीप शर्मा ने बताया कि जय भावसार पिछले कुछ दिनों से चोरी से जुड़े वीडियो देख रहा था, जिससे पता चलता है कि उसने इस वारदात की पूरी योजना बनाई थी। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनसे चोरी का सारा माल बरामद कर लिया।
यह एक बड़ी सफलता थी, क्योंकि पुलिस ने न सिर्फ आरोपियों को पकड़ा, बल्कि चोरी की गई पूरी संपत्ति भी वापस लाने में कामयाब रही।
लापरवाही पर कार्रवाई और पुलिस टीम को इनाम
इस बड़ी कामयाबी के लिए SP प्रदीप शर्मा ने पुलिस टीम की सराहना की और उन्हें 30 हजार रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की।
वहीं, बैंक की सुरक्षा में लापरवाही बरतने के लिए बैंक मैनेजर और दो अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। यह कदम दिखाता है कि इस मामले में बैंक की आंतरिक सुरक्षा में भी बड़ी चूक हुई थी।
SP प्रदीप शर्मा ने क्या कहा?
SP प्रदीप शर्मा ने मीडिया को बताया, “हमारी टीम ने बहुत ही तेजी से कार्रवाई करते हुए इस सनसनीखेज चोरी का खुलासा किया है। मास्टरमाइंड जय भावसार समेत सभी पाँच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और चोरी किया गया पूरा सामान बरामद कर लिया गया है।”
यह घटना हमें याद दिलाती है कि किसी भी संस्था में आंतरिक सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण है, और पुलिस की मुस्तैदी किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए कितनी जरूरी है।