BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर, पिछले 48 घंटों में इंदौर में कोरोना वायरस से दो महिलाओं की मौत की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दोनों महिलाएं पहले से ही गंभीर बीमारियों से जूझ रही थीं और कोविड संक्रमण ने उनकी स्थिति और बिगाड़ दी। इस साल अब तक इंदौर में कोरोना से कुल तीन मौतें दर्ज हो चुकी हैं, और हैरानी की बात यह है कि तीनों ही मृतक महिलाएं रही हैं।
5 जुलाई को हुई पहली महिला की मौत
सीएमएचओ डॉ. माधव हसानी ने बताया कि पहली महिला की मौत 5 जुलाई को हुई थी। वह देवास नाका क्षेत्र की रहने वाली थीं और उन्हें पहले से कई गंभीर बीमारियां थीं। उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, लेकिन वह अस्पताल पहुंचने से पहले ही घर पर दम तोड़ चुकी थीं। विशेषज्ञों के अनुसार, मौत का प्रमुख कारण अन्य बीमारियों की जटिलता रही।
दूसरी महिला की मौत देपालपुर में हुई
दूसरा मामला देपालपुर क्षेत्र से सामने आया, जहां एक महिला को ब्लड कैंसर सहित कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं थीं। कोरोना संक्रमण के बाद उनकी स्थिति और बिगड़ गई और अंततः उनकी भी मौत हो गई। डॉ. हसानी ने बताया कि दोनों मामलों में कोविड सह-कारक था, लेकिन मृत्यु का सीधा कारण उनकी पूर्व की गंभीर बीमारियां रहीं।
तीसरी मौत अप्रैल में दर्ज की गई थी
इससे पहले अप्रैल में एक और महिला की कोविड के चलते मौत हुई थी। वह महिला भी किडनी संबंधी बीमारी और अन्य समस्याओं से पीड़ित थीं। यह दर्शाता है कि जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर है, उनके लिए संक्रमण अधिक खतरनाक साबित हो सकता है।
फिर से सामने आया एक पॉजिटिव केस
सोमवार को एक और व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मरीज को होम आइसोलेट किया गया है और उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
इस साल की स्थिति अब तक:
- कुल कोरोना पॉजिटिव केस: 187
- एक्टिव केस: 12
- अधिकांश मरीज होम आइसोलेशन में हैं
- गंभीर स्थिति में कोई भी मरीज नहीं
सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए
स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है कि सभी नए मामलों के सैंपल को भोपाल की जीनोम लैब में जांच के लिए भेजा गया है, ताकि यह जाना जा सके कि यह कोई नया वेरिएंट तो नहीं है। साथ ही मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री और उनके संपर्क में आए लोगों के सैंपल कलेक्शन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
सावधानी जरूरी: RTPCR की अपील
सीएमएचओ डॉ. हसानी ने नागरिकों से अपील की है कि जिन लोगों को सर्दी, खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ हो रही है, वे तुरंत एमवाय अस्पताल या एमआरटीबी हॉस्पिटल में जाकर RTPCR टेस्ट करवाएं।
विभाग ने फिलहाल किसी नए प्रतिबंध की घोषणा नहीं की है लेकिन स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।