इजरायल-हमास युद्ध के बीच एक बड़ा अपडेट सामने आया है। किबुत्ज़ नीर ओज़ से अगवा किए गए थाई नागरिक नट्टापोंग पिंटा का शव इजरायली सेना ने एक विशेष सैन्य अभियान के दौरान बरामद कर लिया है। बताया जा रहा है कि हमास के आतंकियों ने युद्ध की शुरुआत में ही उनकी हत्या कर दी थी। यह घटना युद्ध में फंसे विदेशी नागरिकों की भयावह स्थिति को दर्शाती है।
कैसे चला विशेष अभियान?
इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जानकारी दी गई कि थाई नागरिक नट्टापोंग पिंटा का शव सेना ने विशेष ऑपरेशन के तहत बरामद किया। मुख्य बिंदु:
- योजना बद्ध मिशन: पिंटा की तलाश के लिए एक विशेष सैन्य बल तैनात किया गया था।
- सूचना के आधार पर कार्रवाई: खुफिया एजेंसियों और टास्क फोर्स की जानकारी के आधार पर अभियान को अंजाम दिया गया।
- गोपनीय रणनीति: ऑपरेशन को पूरी गोपनीयता के साथ अंजाम दिया गया जिससे शव की सुरक्षित बरामदगी संभव हो सकी।
कहां से मिला शव?
सेना ने बताया कि नट्टापोंग पिंटा का शव दक्षिणी गाजा के राफाह क्षेत्र से बरामद किया गया। यह इलाका हमास के कब्जे वाले प्रमुख क्षेत्रों में से एक है और यहां पहले भी कई बंधक रखे गए थे।
कौन थे नट्टापोंग पिंटा?
नट्टापोंग पिंटा थाईलैंड के नागरिक थे, जो इजरायल के कृषि क्षेत्र में मजदूरी करते थे। 7 अक्टूबर 2023 को जब हमास ने इजरायल पर हमला किया, तब वे वहीं काम कर रहे थे। इस दौरान:
- गोलाबारी में फंसे: अचानक हुए हमले में वे गोलीबारी में फंस गए थे।
- बंधक बना लिए गए: बाद में हमास के आतंकियों ने उन्हें बंधक बना लिया।
- परिवार को जानकारी नहीं थी: शनिवार तक पिंटा के जीवित या मृत होने की कोई पुष्टि नहीं थी।
बंधक परिवारों का बयान
बंधक और लापता परिवारों के फोरम ने पिंटा के परिवार के प्रति संवेदना जताई और इजरायली अधिकारियों से बाकी बंधकों को घर वापस लाने और मारे गए लोगों का सम्मानजनक अंतिम संस्कार सुनिश्चित करने की अपील की।
सबसे अधिक थाई नागरिक हुए बंधक
गौरतलब है कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए विदेशी नागरिकों में थाईलैंड के लोगों की संख्या सबसे अधिक थी।
- थाई विदेश मंत्रालय के अनुसार: अब तक इस संघर्ष में कम से कम 46 थाई नागरिकों की मौत हो चुकी है।
- तीन नागरिक बचे थे: पिंटा की मृत्यु की पुष्टि से पहले तीन थाई नागरिकों को बंधक बताया गया था, जिनमें से दो की मौत पहले ही हो चुकी थी।
किसने किया था अपहरण?
सेना ने जानकारी दी कि नट्टापोंग पिंटा का अपहरण मुझाहिदीन ब्रिगेड नामक एक छोटे मगर खतरनाक हथियारबंद समूह ने किया था।
- इन्हीं पर अन्य अपहरणों का आरोप: यह वही ग्रुप है जिसने इजरायली-अमेरिकी नागरिक जूडिथ वेनस्टीन और गैड हाग्गई को भी बंधक बनाया था, जिनके शव हाल ही में बरामद हुए।
- शिरी बिबास और बच्चों का केस: इसी समूह पर शिरी बिबास और उनके दो बच्चों के अपहरण और हत्या का भी आरोप है।
नट्टापोंग पिंटा का शव बरामद होना इजरायली सेना के लिए एक बड़ी सफलता है, लेकिन यह घटना इस संघर्ष में फंसे निर्दोष नागरिकों की पीड़ा को भी उजागर करती है। जैसे-जैसे इजरायल का गाजा में अभियान जारी है, उम्मीद की जा रही है कि बचे हुए बंधकों को भी जल्द सुरक्षित घर लाया जा सकेगा।