रिपोर्ट – आकाश कसेरा
छत्तीसगढ़ स्वामी आत्मानंद शिक्षक एवं कर्मचारी संघ द्वारा शनिवार को सूरजपुर के रंगमंच मैदान में जिला स्तरीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया। शिक्षकों ने अपनी दो मुख्य मांगों—नियमित वेतनवृद्धि और वेतनमान निर्धारण के साथ शिक्षा विभाग में संविलियन—को लेकर सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की।
क्या हैं शिक्षकों की मांगें?
धरना दे रहे शिक्षकों ने कहा कि वे आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पूरी निष्ठा से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे रहे हैं। स्कूलों का प्रदर्शन भी उल्लेखनीय रहा है, इसके बावजूद उन्हें अब तक वेतनमान और स्थायीत्व की कोई स्पष्ट योजना नहीं दी गई।
- नियमित वेतनवृद्धि लागू की जाए
- शिक्षा विभाग में संविलियन कर स्थायीकरण किया जाए
- वेतनमान निर्धारित कर अन्य कर्मचारियों के समान सुविधाएं दी जाएं
शिक्षकों की नाराजगी: “हमें भी मिले सम्मान और सुरक्षा”
संघ के सदस्यों का कहना है कि राज्य सरकार लगातार अन्य विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों को सुविधाएं प्रदान कर रही है, लेकिन आत्मानंद स्कूलों के शिक्षक उपेक्षित रह गए हैं।
संघ के पदाधिकारियों ने कहा,
“हम बच्चों को आधुनिक और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे रहे हैं। फिर भी सरकार हमारे भविष्य को लेकर उदासीन बनी हुई है। जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती, हम संघर्ष जारी रखेंगे।”
अगस्त में बड़ा आंदोलन
संघ ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को जल्द नहीं माना तो अगस्त माह में राजधानी रायपुर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इसके लिए रणनीति तैयार की जा रही है और प्रदेश स्तर पर समर्थन जुटाया जा रहा है।