झारखंड की राजनीति के दिग्गज और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक शिबू सोरेन का सोमवार सुबह निधन हो गया। उन्होंने नई दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली। 81 वर्षीय गुरुजी लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
दिल्ली में ली अंतिम सांस
- निधन का समय: सोमवार सुबह 8:48 बजे
- स्थान: सर गंगाराम अस्पताल, नई दिल्ली
- विभाग: नेफ्रोलॉजी (किडनी उपचार विभाग)
- बीमारी: किडनी संबंधी गंभीर समस्या और अन्य स्वास्थ्य जटिलताएं
डॉक्टरों के अनुसार, वह पिछले कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे और उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ रहा था।
हेमंत सोरेन का भावुक संदेश
झारखंड के मुख्यमंत्री और उनके बेटे हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट लिखते हुए पिता को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा:
“आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को छोड़कर चले गए हैं। आज मैं शून्य हो गया हूं।”
आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को छोड़कर चले गए हैं।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 4, 2025
आज मैं शून्य हो गया हूँ…
झारखंड में गम का माहौल
शिबू सोरेन के निधन की खबर से झारखंड में गम का माहौल है। राजनीतिक गलियारों से लेकर आम जनता तक, हर कोई गुरुजी के योगदान को याद कर रहा है।
- कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें झारखंड की पहचान बनाने वाला नेता बताया।
- झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) कार्यालय में शोक की लहर दौड़ गई है।
शिबू सोरेन का संक्षिप्त जीवन परिचय
- जन्म: 11 जनवरी 1944
- उम्र: 81 वर्ष
- पद: झारखंड के तीन बार मुख्यमंत्री रहे
- योगदान: झारखंड राज्य की स्थापना में अहम भूमिका
उनका राजनीतिक जीवन संघर्ष और समर्पण से भरा रहा। उन्हें झारखंड की जनता स्नेहपूर्वक ‘गुरुजी’ कहकर बुलाती थी।