BY: Yoganand Shrivastva
कोलकाता। कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस को लेकर पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) में आपसी मतभेद और आरोप-प्रत्यारोप का दौर गरमा गया है। जहां एक ओर महुआ मोइत्रा ने पार्टी नेताओं के बेतुके बयानों की निंदा करते हुए उन्हें “घृणित” कहा, वहीं सांसद कल्याण बनर्जी ने पलटवार करते हुए व्यक्तिगत हमला कर डाला।
गैंगरेप केस बना पार्टी के भीतर टकराव का कारण
कोलकाता के एक प्रतिष्ठित लॉ कॉलेज में एक छात्रा से यूनियन रूम में गैंगरेप की घटना सामने आने के बाद पूरे बंगाल में आक्रोश है। इस गंभीर मामले पर TMC नेताओं मदन मित्रा और कल्याण बनर्जी की कथित गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियों ने न सिर्फ विवाद खड़ा किया, बल्कि पार्टी के भीतर भी बगावत का माहौल बना दिया है।
महुआ मोइत्रा ने दिया तीखा जवाब
TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने इन बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तृणमूल ऐसी सोच का समर्थन नहीं करती और पार्टी को इन बयानों से खुद को स्पष्ट रूप से अलग करना चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “महिलाओं के प्रति संवेदनहीनता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”
कल्याण बनर्जी का पलटवार – किया निजी हमला
महुआ मोइत्रा की आलोचना से भड़के सांसद कल्याण बनर्जी ने व्यक्तिगत जीवन को निशाना बनाते हुए विवादित बयान दे डाला। उन्होंने कहा –
“महुआ मोइत्रा हाल ही में शादी कर हनीमून मनाकर लौटी हैं, और आते ही मुझसे लड़ने लगीं। वे मुझ पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाती हैं, जबकि खुद किसी का घर तोड़कर शादी कर बैठीं।”
कल्याण बनर्जी का इशारा महुआ मोइत्रा की हालिया शादी की ओर था, जिसमें उन्होंने पूर्व बीजद सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता पिनाकी मिश्रा से विवाह किया था। उन्होंने यह भी कहा कि, “क्या उन्होंने उस महिला को दुख नहीं पहुंचाया जिसकी 40 साल की शादी उन्होंने तोड़ी?”
TMC की मुश्किलें बढ़ीं
TMC नेतृत्व एक ओर गैंगरेप केस को लेकर जनता के आक्रोश का सामना कर रहा है, दूसरी ओर नेताओं के विवादित बयान और आपसी कलह ने पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया है। हालांकि पार्टी ने अभी तक कोई स्पष्ट आधिकारिक स्टैंड नहीं लिया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि शीर्ष नेतृत्व इस मामले पर गंभीर है और जल्द ही अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।