रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी के डॉ. रॉबर्ट मैसी ने विज्ञान संवाददाता पल्लब घोष को बताया कि इन ग्रहों को कैसे देखा जा सकता है।
इस सप्ताह खगोल प्रेमियों के लिए एक शानदार मौका है, क्योंकि सात ग्रह – मंगल, बृहस्पति, यूरेनस, शुक्र, नेपच्यून, बुध और शनि – शाम के आसमान में एक साथ चमकते नजर आएंगे।
इसे ‘ग्रहों की परेड’ कहा जाता है, जो एक दुर्लभ खगोलीय घटना है। ऐसा नजारा अगली बार 2040 तक इतनी अच्छी तरह नहीं दिखेगा। मंगलवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को सूर्यास्त के ठीक बाद इन ग्रहों को देखने का सबसे अच्छा मौका होगा।
इनमें से चार ग्रह – बुध, शुक्र, बृहस्पति और मंगल – नंगी आंखों से आसानी से दिखाई देंगे। शनि को देखना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, क्योंकि यह क्षितिज के करीब नीचे होगा। वहीं, यूरेनस और नेपच्यून को देखने के लिए आपको टेलीस्कोप की जरूरत पड़ेगी।
गेटी इमेजेज: सौर मंडल की एक डिजिटल काल्पनिक तस्वीर, जिसमें सूर्य और आठ ग्रह अपनी दूरी के क्रम में दिखाई दे रहे हैं। तारों और नीहारिकाओं से भरे अंतरिक्ष की पृष्ठभूमि में ग्रह एक सीधी रेखा में नजर आते हैं।
कलाकार की नजर में हमारे सौर मंडल के ग्रह एक पंक्ति में – हकीकत में यह इतना सरल नहीं है।
कैसे देखें यह नजारा?
साफ आसमान और क्षितिज का खुला नजारा इस खूबसूरत दृश्य को देखने का सबसे अच्छा तरीका होगा। हालांकि, सातों ग्रहों को एक साथ देखने का समय बहुत कम होगा।
रॉयल ऑब्जर्वेटरी ग्रीनविच के खगोलशास्त्री डॉ. एडवर्ड ब्लूमर कहते हैं, “यह एक दुर्लभ मौका है जब सात ग्रह एक साथ ऐसी जगह पर होंगे, जहां से उन्हें आसानी से देखा जा सके।”
सूर्यास्त के बाद बुध और शनि भी जल्दी ही क्षितिज के नीचे चले जाएंगे, जिससे इन्हें देखना चुनौतीपूर्ण होगा। डॉ. ब्लूमर बताते हैं, “सूर्यास्त के ठीक बाद आपके पास कुछ ही मिनट होंगे। इसके बाद शुक्र, बृहस्पति और मंगल लंबे समय तक साफ दिखते रहेंगे।”
हमारे सौर मंडल के ग्रह सूर्य के चारों ओर लगभग एक ही सपाट तल में चक्कर लगाते हैं। अलग-अलग गति और दूरी के कारण कभी-कभी ये पृथ्वी से एक सीध में नजर आते हैं, जो अंतरिक्ष की विशाल दूरी के बावजूद एक शानदार दृश्य बनाता है।
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गेटी इमेजेज: जनवरी में लिया गया एक खूबसूरत चौड़ा दृश्य, जिसमें मंगल बाईं ओर, बृहस्पति बीच में, और शनि व शुक्र दाईं ओर चमक रहे हैं। नीचे पेड़ों और शहर की रोशनी की छाया के साथ बादल बिखरे हुए हैं।
इस साल हमें पहले भी ग्रहों के शानदार नजारे मिले, लेकिन इस सप्ताह सभी सातों को देखने का सबसे अच्छा मौका है।
शुक्र और बृहस्पति अपनी चमक के कारण सबसे आसानी से दिखेंगे, जबकि मंगल अपनी लालिमा के साथ अलग पहचान बनाएगा।
डॉ. ब्लूमर कहते हैं, “यूरेनस को नंगी आंखों से देखना संभव है, लेकिन इसके लिए सही परिस्थितियां और तेज नजर चाहिए।”
बेहतर अनुभव के लिए टिप्स
- ऐसी जगह जाएं जहां क्षितिज साफ दिखे और रोशनी का प्रदूषण कम हो।
- आंखों को अंधेरे में ढलने के लिए कम से कम आधा घंटा दें।
- फोन की स्क्रीन से बचें, आराम से बैठें और आसमान का आनंद लें।
डॉ. ब्लूमर सलाह देते हैं कि रात के आसमान को देखना एक आदत बनाएं। “यह सौर मंडल की गतिशीलता को समझने का मौका है। हर बार कुछ नया दिखता है।”
इस सप्ताह मौसम कैसा रहेगा?
- बुधवार: बादल छाए रहेंगे, हल्की बारिश संभव।
- गुरुवार: मौसम साफ रहेगा, शाम को देखने का अच्छा समय। रात में कोहरा पड़ सकता है।
- शुक्रवार: उच्च दबाव के कारण मौसम शुष्क और साफ रहेगा। सूर्यास्त के बाद का समय सबसे बेहतर।
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