भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेला गया चौथा टेस्ट मैच आखिरी गेंद तक रोमांचक रहा और अंततः ड्रॉ पर समाप्त हुआ। इंग्लैंड ने पहली पारी में 669 रन बनाकर भारत को बड़ी चुनौती दी थी। इसके बाद भारतीय टीम पर पारी की हार का खतरा मंडरा रहा था, लेकिन दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार वापसी की।
- शुभमन गिल – 103 रन
- रविंद्र जडेजा – 107* रन
- वाशिंगटन सुंदर – 101* रन
इन तीन शतकों की बदौलत भारत ने 4 विकेट पर 425 रन बनाकर मैच ड्रॉ कराया।
चोटिल होने के बावजूद मैदान पर उतरे ऋषभ पंत
मुकाबले का सबसे साहसिक पल रहा ऋषभ पंत की बल्लेबाजी, जब वे चोट के बावजूद मैदान पर लौटे।
- 23 जुलाई, 2025 को पंत को क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलते समय दाहिने पैर में चोट लगी।
- स्कैन में उनके पैर में टो फ्रैक्चर की पुष्टि हुई।
- दर्द और खून निकलने के बावजूद उन्होंने अगले दिन फिर से बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
मैदान पर उतरते समय पंत लंगड़ा रहे थे और उनके जूते को खास तौर पर डिजाइन किया गया था ताकि चोट को सहारा मिल सके।
इंग्लिश गेंदबाजों के निशाने पर रहे पंत
बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर लगातार उनकी चोट पर गेंद डालकर दबाव बनाने की कोशिश करते रहे, लेकिन पंत ने समझदारी से बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतक जड़ा।
- 75 गेंदों पर 54 रन (3 चौके, 2 छक्के)
- टेस्ट करियर का 18वां अर्धशतक
- वीरेंद्र सहवाग के 90 टेस्ट छक्कों के भारतीय रिकॉर्ड की बराबरी
हालांकि, आर्चर की गेंद पर वे बोल्ड हो गए, लेकिन उनकी साहसिक पारी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।
बीसीसीआई का बड़ा फैसला: पंत सीरीज से बाहर
मैच खत्म होने के बाद बीसीसीआई ने पुष्टि की कि ऋषभ पंत सीरीज के आखिरी टेस्ट से बाहर हो गए हैं।
- मेडिकल टीम उनकी रिकवरी पर नजर रखेगी।
- उनकी जगह नारायण जगदीसन को टीम में शामिल किया गया है।
- पांचवां टेस्ट 31 जुलाई, 2025 से लंदन के केनिंग्टन ओवल में खेला जाएगा।
- फिलहाल सीरीज में इंग्लैंड 2-1 से आगे है।
पांचवें टेस्ट के लिए भारत की नई टीम
बल्लेबाज: शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर
ऑलराउंडर: रविंद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर
विकेटकीपर: ध्रुव जुरेल, नारायण जगदीसन
तेज गेंदबाज: जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाश दीप, अंशुल कंबोज, अर्शदीप सिंह
स्पिनर: कुलदीप यादव
ऋषभ पंत ने मैनचेस्टर टेस्ट में चोटिल होने के बावजूद साहस और जज्बे का शानदार उदाहरण पेश किया। उनकी यह पारी हमेशा याद रखी जाएगी। हालांकि, चोट के चलते अब उन्हें सीरीज से बाहर होना पड़ा है और टीम की जिम्मेदारी नारायण जगदीसन पर आ गई है।





