BY: Yoganand Shrivastva
भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव के बीच पाकिस्तान की सेना के एक शीर्ष अधिकारी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के डायरेक्टर जनरल मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी को लेकर सामने आई जानकारी चौंकाने वाली है।
कौन हैं अहमद शरीफ चौधरी?
मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी वर्तमान में ISPR के प्रमुख हैं, जो पाकिस्तान सेना की मीडिया और जनसंपर्क इकाई है। वह 6 दिसंबर 2022 को इस पद पर नियुक्त हुए थे और ISPR का नेतृत्व करने वाले इंजीनियरिंग शाखा (EME) के पहले अधिकारी हैं। इससे पहले उन्होंने रक्षा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संगठन (DESTO) में भी प्रमुख की भूमिका निभाई थी।
उनका जन्म पंजाब के थल क्षेत्र में हुआ था। अहमद शरीफ चौधरी का सैन्य करियर तकनीकी और रणनीतिक जिम्मेदारियों से भरा रहा है, लेकिन अब उनके पारिवारिक संबंधों को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
कौन थे उनके पिता सुल्तान बशीरुद्दीन महमूद?
अहमद शरीफ के पिता सुल्तान बशीरुद्दीन महमूद पाकिस्तान के जाने-माने परमाणु वैज्ञानिक रहे हैं। वह पाकिस्तान एटॉमिक एनर्जी कमीशन में कार्यरत थे और बाद में उन्होंने 1999 में एक कट्टरपंथी संगठन उम्माह तामीर-ए-नौ (UTN) की स्थापना की। इस संगठन को 2001 में अमेरिका ने आतंकी संगठन घोषित कर दिया था।
महत्वपूर्ण बात यह है कि सुल्तान बशीरुद्दीन पर यह आरोप था कि उन्होंने अल-कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को जैविक और रासायनिक हथियारों से संबंधित जानकारियाँ दी थीं। अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने उन्हें वैश्विक आतंकवादी घोषित किया और उनके खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध भी लगाए।
तालिबान से संबंध और गिरफ्तारी
2001 में अमेरिका के दबाव के बाद पाकिस्तान सरकार ने सुल्तान बशीरुद्दीन को तालिबान और अल-कायदा से संदिग्ध संबंधों के चलते हिरासत में लिया था। यही नहीं, उनके संगठन पर यह भी आरोप लगा कि वह आतंकवादियों को वैज्ञानिक और तकनीकी सहायता दे रहा था।
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच क्यों है यह खुलासा अहम?
इन दिनों भारत और पाकिस्तान के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण हैं। पाकिस्तान की ओर से लगातार उकसावे वाली कार्रवाई की जा रही है, और भारत उसकी हर हरकत का जवाब मजबूती से दे रहा है। इस माहौल में जब पाकिस्तान सेना की मीडिया शाखा का नेतृत्व एक ऐसे व्यक्ति के हाथों में है, जिसका पारिवारिक रिश्ता एक अंतरराष्ट्रीय आतंकी से जुड़ता है, तब सवाल उठना लाजिमी है।