BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में रेड अलर्ट जारी किया है। यमुना नदी पूरी क्षमता से उफान पर है, जिससे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
सड़कों पर जलजमाव, ट्रैफिक जाम
आज दोपहर से दिल्ली-एनसीआर के आसमान पर घने बादल छा गए और तेज बारिश शुरू हो गई। कई इलाकों में सड़कों पर पानी भरने से ट्रैफिक धीमा हो गया। लगातार बारिश के कारण मेट्रो में भी लोगों की भीड़ बढ़ गई है।
अगले कुछ घंटे का मौसम पूर्वानुमान
जिला | मौसम का अनुमान |
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उत्तरी दिल्ली | गरज-चमक के साथ भारी बारिश |
उत्तरी पश्चिमी दिल्ली | गरज-चमक के साथ भारी बारिश |
उत्तरी पूर्वी दिल्ली | गरज-चमक के साथ भारी बारिश |
शाहदरा | गरज-चमक के साथ भारी बारिश |
सेंट्रल दिल्ली | गरज-चमक के साथ भारी बारिश |
पश्चिमी दिल्ली | गरज-चमक के साथ भारी बारिश |
नई दिल्ली | गरज-चमक के साथ भारी बारिश |
दक्षिण पश्चिम दिल्ली | गरज-चमक के साथ भारी बारिश |
दक्षिण दिल्ली | गरज-चमक के साथ भारी बारिश |
दक्षिण पूर्वी दिल्ली | गरज-चमक के साथ भारी बारिश |
फरीदाबाद | गरज-चमक के साथ भारी बारिश, 41-61 किमी/घंटा हवा की रफ्तार, 15mm/hr बारिश |
गुरुग्राम | गरज-चमक के साथ भारी बारिश, 41-61 किमी/घंटा हवा की रफ्तार, 15mm/hr बारिश |
गाजियाबाद | गरज-चमक के साथ व्रजपात की संभावना, मध्यम से भारी बारिश |
नोएडा-ग्रेटर नोएडा | गरज-चमक के साथ व्रजपात की संभावना, मध्यम से भारी बारिश |
बाढ़ग्रस्त इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
दिल्ली के पुराने लोहे वाले रेल पुल के पास यमुना नदी का जलस्तर 207 मीटर तक बढ़ गया, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई। प्रशासन ने करीब 7,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकाला और उन्हें राहत शिविरों में रखा, जिसमें तंबू और स्कूल शामिल हैं।
एक अधिकारी ने बताया:
“पूर्व, उत्तर, दक्षिण-पूर्व, उत्तर-पूर्व और मध्य दिल्ली के पांच जिलों से 7,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया। उन्हें 25 राहत शिविरों में रखा गया।”
हथिनीकुंड और वजीराबाद बैराज से छोड़े गए पानी ने स्थिति बिगाड़ दी
यमुना नदी मंगलवार को खतरे के निशान को पार कर गई। केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अधिकारियों के अनुसार, वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया भारी पानी जलस्तर बढ़ने का मुख्य कारण है।
- सुबह 8 बजे हथिनीकुंड बैराज से 1.62 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
- वजीराबाद बैराज से 1.38 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
पूर्वानुमान के अनुसार, अगले कुछ घंटों में जलस्तर में और वृद्धि की संभावना है।