BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर के 29 वर्षीय ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की मेघालय में हुई हत्या ने देशभर का ध्यान खींचा है। 11 मई को शादी के बंधन में बंधे राजा और सोनम 21 मई को हनीमून पर निकले थे। लेकिन 2 जून को राजा की लाश एक खाई में मिली और सोनम 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में संदिग्ध हालत में मिली। यह कहानी जितनी सीधी लगती है, असल में उतनी ही पेचीदा बनती जा रही है।
रीक्रिएशन: सोहरा में पुलिस ने दोबारा जिया मर्डर सीन
शिलॉन्ग पुलिस ने सदर थाने से आरोपियों को लेकर सोहरा के वेई सावडोंग फॉल्स पर क्राइम सीन का रीक्रिएशन किया। इस दौरान फॉरेंसिक विशेषज्ञ और एसडीआरएफ की टीम भी मौजूद रही। पुलिस हत्या को सिर्फ “लव ट्राएंगल” मानने के पक्ष में नहीं है। डीजीपी इदाशीशा नोंग्रांग ने स्पष्ट किया कि यह मामला सामान्य नहीं है और इसकी जाँच कई कोणों से की जा रही है।
वीडियो सबूत: ट्रैकिंग ट्रेल पर कैद हुई आखिरी झलक
दो अहम वीडियो इस केस की जांच में सामने आए हैं:
- पहला वीडियो: सोनम और राजा, 23 मई को सुबह 9:45 बजे डबल डेकर रूट ब्रिज के पास दिखते हैं।
- दूसरा वीडियो: तीन युवक – विशाल, आनंद और आकाश, ट्रैकिंग करते हुए कैमरे में कैद हुए, जिनमें से दो अपना चेहरा छिपाते नजर आते हैं।
इन दोनों वीडियो को फोटोग्राफर देव ने सोशल मीडिया पर साझा किया, जो उसी दिन उसी जगह मौजूद थे।
साजिश कबूल: सोनम ने मर्डर प्लान में शामिल होने की बात मानी
पुलिस पूछताछ में सोनम ने राजा की हत्या की साजिश में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली है। अब जांच का दायरा अन्य राज्यों तक बढ़ चुका है। एसआईटी ने असम सहित अन्य राज्यों की पुलिस से सहयोग मांगा है।
गाजीपुर में सोनम की बरामदगी और बस वाला रहस्य
सोनम गाजीपुर के एक ढाबे पर मिली थी, जहाँ वह दो अज्ञात युवकों के साथ देखी गई थी। उजाला यादव नामक महिला ने दावा किया कि वह सोनम के साथ बस में सफर कर रही थी और राजा की रील देखते ही सोनम ने उसे भड़कते हुए उसे “फालतू” करार दिया। इस छोटी-सी बातचीत ने जांच को एक नया मोड़ दिया।
इंदौर में तेरहवीं, मगर सवाल अब भी अनसुलझे
राजा की तेरहवीं पर उनके प्रिय पकवान बनवाए गए — गुलाब जामुन, मंचूरियन, ड्रायफ्रूट आदि। लेकिन उनके भाई सचिन और परिवार को एक ही सवाल परेशान कर रहा है — “आखिर क्यों मारा राजा को?”
सचिन की मांग है कि सोनम और उसके साथी आरोपियों का नार्को टेस्ट हो ताकि सच सामने आ सके। उन्होंने बताया कि गाजीपुर से एक लड़की ने फोन कर दो अन्य संदिग्ध युवकों के बारे में बताया था, लेकिन सोनम अब तक उनके नाम नहीं ले रही।
महिलाओं का आंदोलन और पोस्टकार्ड प्रेशर
इंदौर की माता वसुंधरा सेवा समिति ने मेघालय के मुख्यमंत्री को 5,000 पोस्टकार्ड भेजे हैं। इनमें इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाकर आरोपियों को फांसी देने की मांग की गई है। इंदौर में महिलाओं और बच्चों ने कैंडल मार्च भी निकाला।
परिवार की पीड़ा: “अगर यह किसी बेटी के साथ हुआ होता तो?”
राजा के भाई ने आरोप लगाया कि सोनम के परिवार से अब तक किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह में पुलिस कोई ठोस कदम नहीं उठाती, तो वे आंदोलन करेंगे।
निष्कर्ष: कब मिलेगा न्याय, कब सामने आएगा सच?
यह हत्याकांड महज एक वैवाहिक विवाद नहीं है, बल्कि इसमें साजिश, झूठ, और शायद बहुत बड़ी प्लानिंग शामिल है। सोनम की कबूलनामे के बावजूद कई रहस्य अभी अनसुलझे हैं। क्या पुलिस उन दो युवकों का पता लगा पाएगी जो उसे छोड़ने आए थे? क्या नार्को टेस्ट से मामले की परतें खुलेंगी?
राजा की मौत पर अब सिर्फ एक ही मांग है— सच बाहर आए और न्याय हो।