इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 की विजेता और सबसे लोकप्रिय टीमों में से एक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) अब बिक्री के लिए तैयार हो सकती है। प्रतिष्ठित न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, टीम की मौजूदा मालिक यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) इसे 2 बिलियन डॉलर (लगभग ₹17,000 करोड़) में बेचने पर विचार कर रही है।
इस खबर ने क्रिकेट फैंस और बिजनेस वर्ल्ड में हलचल मचा दी है। आइए जानते हैं RCB की संभावित बिक्री के पीछे की पूरी कहानी।
RCB की बिक्री क्यों हो रही है?
RCB के बिकने की संभावनाएं तीन बड़े कारणों से जुड़ी हुई हैं:
1. बिजनेस फोकस में बदलाव
RCB की मालिक कंपनी डियाजियो (Diageo) का मुख्य व्यवसाय शराब निर्माण है। IPL टीम के संचालन से ध्यान हटता है। ऐसे में कंपनी अब केवल अपने कोर अल्कोहल बिजनेस पर फोकस करना चाहती है।
2. बढ़ी हुई वैल्यूएशन
RCB ने 2025 में अपनी पहली IPL ट्रॉफी जीतकर इतिहास रच दिया। इस बड़ी उपलब्धि के बाद टीम की मार्केट वैल्यू काफी बढ़ गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह टीम बेचने का सही समय हो सकता है।
3. सरकारी दबाव और नियम
भारत सरकार का स्वास्थ्य मंत्रालय IPL जैसे बड़े आयोजनों में शराब व तंबाकू ब्रांडिंग पर सख्त रोक की मांग कर रहा है। इससे डियाजियो जैसी कंपनियों के लिए स्पोर्ट्स फ्रेंचाइज़ी को संभालना मुश्किल होता जा रहा है।
IPL इतिहास की सबसे बड़ी डील बन सकती है
अगर RCB की बिक्री 2 बिलियन डॉलर में होती है, तो यह IPL के इतिहास में अब तक की सबसे महंगी फ्रेंचाइज़ी डील होगी।
टीम | खरीदार | कीमत (₹ में) |
---|---|---|
लखनऊ सुपर जायंट्स | RPSG ग्रुप | ₹7,090 करोड़ |
गुजरात टाइटन्स | CVC कैपिटल | ₹5,625 करोड़ |
RCB (संभावित) | (अभी तय नहीं) | ₹17,000 करोड़ |
RCB की ये वैल्यूएशन लखनऊ और गुजरात जैसी नई टीमों की खरीद से भी दोगुनी से ज्यादा है।
RCB का मालिकाना इतिहास: विजय माल्या से डियाजियो तक
- 2008: विजय माल्या ने RCB को ₹476 करोड़ में खरीदा था।
- 2014: डियाजियो ने USL (United Spirits Limited) में बड़ा निवेश किया।
- 2016: माल्या के दिवालिया होने के बाद डियाजियो ने RCB की पूरी कमान संभाली।
- अब: टीम का संचालन Royal Challengers Sports Pvt Ltd नाम की सब्सिडियरी कंपनी करती है।
RCB के फैंस को चिंता करनी चाहिए?
RCB की बिक्री की खबरें भले ही बड़ी हों, लेकिन फैंस के लिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है। टीम का मालिकाना हक बदल सकता है, लेकिन मैदान पर टीम का जोश, खिलाड़ी और फैन एंगेजमेंट वैसा ही रहेगा।
2025 की ट्रॉफी के साथ RCB का ब्रांड अपने शिखर पर है – और शायद यही वजह है कि डियाजियो इसे बेहतर डील पर बेचना चाहती है।