रिपोर्टर: प्रशांत जोशी, EDIT BY: MOHIT JAIN
कांकेर से शुरुआत:
छत्तीसगढ़ शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालक विक्रेता कल्याण संघ ने अपनी छह प्रमुख मांगों को लेकर संवैधानिक न्याय पदयात्रा का आयोजन किया। यह पदयात्रा आज राजधानी की ओर रवाना हुई, जिसका उद्देश्य राज्य सरकार से तत्काल कार्रवाई करवाना है।
पदयात्रा की शुरुआत कांकेर जिले के चरामा से हुई, जहां से सैकड़ों राशन दुकान संचालक रैली के रूप में अपनी आवाज बुलंद करते हुए आगे बढ़े।
राशन दुकानों पर प्रभाव:

इस पदयात्रा के चलते राज्य भर की कई उचित मूल्य की राशन दुकानों पर ताले लग गए हैं, जिससे आम जनता पर अल्पकालिक असर देखने को मिला।
राजधानी में मुख्य कार्यक्रम:
10 अक्टूबर को यह संवैधानिक न्याय पदयात्रा राजधानी पहुंचेगी और मुख्यमंत्री निवास के सामने अपनी छह सूत्रीय मांगों को प्रस्तुत करेगी। इसके जरिए संचालक संघ सरकार से इन मांगों को शीघ्र पूरा करने की अपील करेगा।
संगठित मांगें:
छह सूत्रीय मांगों में मुख्य रूप से आर्थिक सुरक्षा, संचालन में सुगमता, और कर्मचारियों के कल्याण से जुड़े मुद्दे शामिल हैं। संघ का कहना है कि ये मांगें पूरे प्रदेश के राशन दुकान संचालकों के हित में हैं और इनके समाधान से संचालन में पारदर्शिता और सुविधा बढ़ेगी।
छत्तीसगढ़ के राशन दुकान संचालक इस पदयात्रा के माध्यम से अपनी आवाज़ उठाकर सरकार को यह संदेश देना चाहते हैं कि आम जनता तक उचित मूल्य की सामग्री पहुँचाना तभी संभव है जब दुकानदारों की समस्याओं का समाधान किया जाए





