रिपोर्ट: राम यादव, BY: Vijay Nandan
रायसेन: जिले के बर्रुख़ार के जंगलों से एक बार फिर बाघ की मौजूदगी की पुष्टि हुई है। शुक्रवार को ग्राम सदालतपुर निवासी किसान अनीस पटेल ने एक बाघ का वीडियो बनाया, जो जंगल के पास मुख्य सड़क किनारे खड़ा था। अनीस अपने परिजनों के साथ एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे, तभी यह नज़ारा दिखाई दिया।
बाघ का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में बाघ शांत मुद्रा में खड़ा दिखाई देता है, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि वह जंगल के आसपास ही विचरण कर रहा है।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि चिकलोद और बर्रुख़ार के जंगलों में अक्सर बाघ की चहल-पहल देखी जाती है। खासकर इन जंगलों के किनारे गुजरने वाली मुख्य सड़क के पास कई बार बाघ के दिखाई देने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
बाघ की इस हालिया मौजूदगी ने एक बार फिर इलाके के लोगों को सतर्क कर दिया है। वन विभाग को भी इस बारे में जानकारी दे दी गई है और बाघ की मूवमेंट पर निगरानी रखने की अपील की गई है।
ग्रामीणों से अपील:
वन विभाग की ओर से लोगों से आग्रह किया गया है कि वे जंगलों के पास सावधानी बरतें और किसी भी वन्यजीव को देखें तो तुरंत सूचना दें।
मध्य प्रदेश बना ‘टाइगर स्टेट’, राज्य में अब कुल 785 बाघ
मध्य प्रदेश को ‘टाइगर स्टेट’ का दर्जा प्राप्त है और यह देश में बाघों की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य है। वर्ष 2022 की बाघ गणना के अनुसार, राज्य में कुल 785 बाघ हैं, जो देश के कुल बाघों का लगभग 21 प्रतिशत है।
राज्य में बाघों की संख्या में यह उल्लेखनीय वृद्धि संरक्षण प्रयासों, वन्यजीव प्रबंधन और तकनीकी निगरानी के कारण संभव हुई है। हालांकि, वर्ष 2024 में राज्य में 46 बाघों की मृत्यु दर्ज की गई, जो कि चिंता का विषय बना हुआ है।

मध्य प्रदेश में कुल 10 टाइगर रिजर्व हैं – जिनमें प्रमुख रूप से कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा, संजय-दुबरी, पन्ना, नौरादेही, रातापानी, माधव और वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व शामिल हैं।
बढ़ती संख्या और बेहतर संरक्षण के बावजूद, बाघों की सुरक्षा और उनके प्राकृतिक आवास की रक्षा के लिए राज्य को लगातार प्रयास करने की आवश्यकता है।
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