खंडवा: शहर के सिंधी कॉलोनी में खाद्य आपूर्ति विभाग और फूड सेफ्टी विभाग की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक किराना दुकान पर छापा मारा, जहां अवैध रूप से नकली कोल्ड्रिंक तैयार की जा रही थी। इस कार्रवाई में 62 हजार रुपए मूल्य की नकली कोल्ड्रिंक जब्त की गई। जब्त की गई बोतलों और पाउचों पर न तो बैच नंबर था और न ही मैन्युफैक्चरिंग डेट अंकित थी।
बिना लाइसेंस चल रहा था नकली कोल्ड्रिंक बनाने का गोरखधंधा
फूड सेफ्टी विभाग की टीम जब सिंधी कॉलोनी में छापा मारने पहुंची, तो दुकान के अंदर दरवाजा बंद कर नकली कोल्ड्रिंक बनाई जा रही थी। मौके पर दुकान का सुपरवाइजर सनी कोगे मौजूद था, जिसने मालिक विजय चंचलानी का नाम बताया। विभाग की टीम ने दुकान से 6 सैंपल भी जब्त किए हैं।
बड़ी मात्रा में नकली कोल्ड्रिंक्स जब्त
कार्रवाई के दौरान टीम ने विभिन्न ब्रांड्स के नकली कोल्ड्रिंक्स जब्त किए, जिनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित शामिल हैं:
मैंगो कोल्ड्रिंक (125 एमएल) – 4,372 बोतलें (कीमत: 22,000 रुपए)
ऑरेंज कोल्ड्रिंक – 1,444 बोतलें (कीमत: 7,220 रुपए)
बालाजी पेप्सी (पाइनएपल और ऑरेंज फ्लेवर) – 24,900 पाउच (कीमत: 25,000 रुपए)
लवली पेप्सी और मैंगो पेप्सी के पाउच भी बड़ी संख्या में जब्त किए गए।
बच्चों के स्वास्थ्य से हो रहा था खिलवाड़
गौरतलब है कि नकली कोल्ड्रिंक्स मुख्य रूप से बच्चों द्वारा अधिक पसंद किए जाने वाले उत्पादों के रूप में तैयार की जा रही थीं। इनमें घटिया क्वालिटी के फ्लेवर और केमिकल का उपयोग किया जा रहा था, जिससे स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान हो सकता था।
प्रशासन ने शुरू की आगे की कार्रवाई
फूड सेफ्टी विभाग और प्रशासन ने मामले में जांच शुरू कर दी है। बिना लाइसेंस संचालित इस दुकान पर कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे अनजान ब्रांड की कोल्ड्रिंक खरीदने से बचें और किसी भी संदिग्ध खाद्य उत्पाद की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।
इस छापे के बाद शहर में अवैध रूप से खाद्य पदार्थ बनाने वाले अन्य कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। प्रशासन का कहना है कि आगे भी इस तरह की कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि मिलावटी और नकली उत्पादों पर रोक लगाई जा सके।