by: vijay nandan
बिहार की सियासत में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की 16 दिन की वोटर अधिकार यात्रा ने हलचल मचा दी है। 23 जिलों और 1300 किलोमीटर के लंबे सफर के बाद यह यात्रा पटना में खत्म हुई। भीड़, जोश और नारों के बीच बड़ा सवाल यह है—क्या यह अभियान विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन को सत्ता की सीढ़ी तक ले जा पाएगा?
वोटर अधिकार यात्रा: क्या मिला कांग्रेस और आरजेडी को?
- यात्रा 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई और 1 सितंबर को पटना में खत्म हुई।
- राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने ‘वोट चोरी’ के मुद्दे पर बीजेपी और एनडीए को घेरने की रणनीति अपनाई।
- इस दौरान गांवों में रुकना, चाय पर चर्चा, मोटरसाइकिल यात्रा और आम लोगों से जुड़ने का स्टाइल राहुल के बदले हुए राजनीतिक अंदाज को दिखाता है।

कांग्रेस और आरजेडी का असली लक्ष्य बिहार चुनाव 2025 की चुनावी नैरेटिव सेट करना है।
‘एटम बम’ से ‘हाइड्रोजन बम’ तक राहुल का बड़ा दांव
पटना रैली में राहुल गांधी ने कहा:
“वोट चोरी का एटम बम तो हमने फोड़ा ही था, अब उससे भी ज्यादा ताक़तवर हाइड्रोजन बम आने वाला है।”
इस बयान ने साफ कर दिया कि आने वाले दिनों में राहुल कोई और बड़ा खुलासा कर सकते हैं। उनका सीधा इशारा नरेंद्र मोदी और बीजेपी की ओर था।
BJP के लोगों तैयार हो जाओ – Atom bomb के बाद अब Hydrogen bomb आने वाला है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 1, 2025
पूरे देश में हम आपकी वोट चोरी का पर्दाफाश करेंगे। pic.twitter.com/RdadvPTmwq
चुनावी एजेंडा: जाति जनगणना और आरक्षण
राहुल-तेजस्वी ने सिर्फ वोट चोरी तक ही मुद्दा सीमित नहीं रखा, बल्कि:
- जाति जनगणना की सटीक रिपोर्टिंग की मांग की।
- 50% आरक्षण की सीमा हटाने का वादा किया।
इसका सीधा संदेश है कि कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन सामाजिक न्याय और पिछड़े-दलित वोट बैंक पर पकड़ मज़बूत करना चाहता है।
क्या कांग्रेस का खत्म होगा 35 साल का वनवास?
- कांग्रेस 1989 से बिहार की सत्ता से बाहर है।
- आरजेडी भी 20 साल से अपने दम पर वापसी नहीं कर सकी।
- राहुल-तेजस्वी की इस साझेदारी ने कांग्रेस को फिर से ज़मीन पर सक्रिय किया है।
हालांकि, सवाल अभी भी वही है—क्या यह ऊर्जा वोट में तब्दील हो पाएगी?
बीजेपी का राहुल पर पलटवार

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के हाइड्रोजन बम वाले बयान पर भाजपा सांसद जगदंबिका पाल भड़क गए हैं। जगदंबिका पाल ने कहा, “राहुल गांधी सांसद चुने गए हैं, उन्हें अपनी भाषा पर ध्यान देना चाहिए। वह हाइड्रोजन बम की बात कर रहे हैं, जिसका मतलब विनाश है। क्या वह हिरोशिमा और नागासाकी जैसी स्थिति बनाना चाहते हैं?
नीतीश कुमार और एनडीए की चुनौती
नीतीश कुमार ने मुफ्त योजनाओं और कल्याणकारी नीतियों का ऐलान कर विपक्ष का खेल मुश्किल कर दिया है:
- 125 यूनिट मुफ्त बिजली
- 400–1100 रुपये की पेंशन
- 1 करोड़ लोगों को रोजगार
- महिलाओं को 10,000 रुपये की आर्थिक मदद
तेजस्वी यादव का आरोप है कि नीतीश सिर्फ नकल कर रहे हैं और असली रोडमैप महागठबंधन के पास है।वोटर अधिकार यात्रा ने कांग्रेस और आरजेडी को नई ऊर्जा दी है और बिहार में चुनावी माहौल को गरमा दिया है। लेकिन असली परीक्षा विधानसभा चुनाव 2025 में होगी। क्या यह जोश वोटों में बदल पाएगा या नीतीश-बीजेपी की रणनीति भारी पड़ जाएगी?





