आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की सरकार ने रविवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए सीनियर IPS अफसर पी वी सुनील कुमार को सस्पेंड कर दिया। सुनील कुमार DGP रैंक के बड़े अफसर हैं और अभी अपनी नई पोस्टिंग का इंतज़ार कर रहे थे। लेकिन अब उन पर गाज गिर गई है।
क्या है पूरा मामला?
आरोप है कि सुनील कुमार ने पिछले वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान बिना इजाज़त के बार-बार विदेशी दौरों पर उड़ान भरी। मुख्य सचिव के विजयानंद के ऑर्डर के मुताबिक, भाई साहब ने जो ट्रैवल प्लान सरकार से मंजूर करवाया था, उससे हटकर अपनी मर्जी से घूमते रहे।
सस्पेंशन ऑर्डर में क्या लिखा?
ऑर्डर में साफ-साफ कहा गया:
“ऑल इंडिया सर्विस (डिसिप्लिन एंड अपील) नियम, 1969 के नियम 3(1) के तहत, आंध्र प्रदेश सरकार पी वी सुनील कुमार को तुरंत सस्पेंड करती है।”
कहा जा रहा है कि 2019 से 2024 के बीच सुनील कुमार ने जॉर्जिया, यूएई, स्वीडन, यूएसए, और यूके जैसे देशों की सैर की, वो भी बिना सरकार को बताए। उस वक्त वाईएसआरसीपी की सरकार थी और वाई एस जगन मोहन रेड्डी बॉस थे।
मुख्य सचिव ने क्या ठोका इल्ज़ाम?
मुख्य सचिव के विजयानंद ने सुनील कुमार की क्लास लगाते हुए कहा कि इन भाई साहब ने बार-बार नियमों को ठेंगा दिखाया।
- इल्ज़ाम नंबर 1: बिना इजाज़त विदेशी सैर-सपाटा करना।
- इल्ज़ाम नंबर 2: तयशुदा प्लान से हटकर अपनी मर्जी चलाना।
- इल्ज़ाम नंबर 3: लापरवाही, अनुशासनहीनता और गंभीर कदाचार का ढेर लगाना।
विजयानंद ने एक-दो मिसालें भी दीं:
- जॉर्जिया-यूएई वाला किस्सा: 1 से 4 मार्च 2024 तक सुनील को जॉर्जिया जाने की इजाज़त थी, लेकिन इन्होंने बीच में यूएई का चक्कर लगा लिया, वो भी बिना बताए।
- अमेरिका की सैर: 1 से 28 फरवरी 2023 तक हैदराबाद से अमेरिका की फ्लाइट पकड़ी, वो भी बिना सरकार को खबर किए।
अब सरकार इस “गंभीर कदाचार” के लिए बड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की सोच रही है।
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