पंजाब में भारी बारिश और नदियों के उफान के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। राज्य के सभी 23 जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं, जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। स्कूल-कॉलेज 7 सितंबर तक बंद कर दिए गए हैं, जबकि राहत और बचाव कार्यों में बॉलीवुड अभिनेता रणदीप हुड्डा समेत प्रशासन, सेना और एनडीआरएफ जुटे हैं।
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बाढ़ की स्थिति: 23 जिले और 1400 से अधिक गांव डूबे

- प्रभावित जिले: अमृतसर, बरनाला, बठिंडा, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, फाजिल्का, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, मलेरकोटला, मानसा, मोगा, पठानकोट, पटियाला, रोपड़, नवांशहर, मोहाली, संगरूर, मुक्तसर और तरनतारन।
- डूबे गांव: लगभग 1400 गांव पानी में डूबे हैं, जिनमें गुरदासपुर के 324, अमृतसर के 135, बरनाला के 134, होशियारपुर के 119 और कपूरथला के 115 गांव प्रमुख हैं।
- प्रभावित लोग: कुल 3.5 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जिनमें गुरदासपुर में 1.45 लाख और अमृतसर में 1.17 लाख से ज्यादा लोग शामिल हैं।
बाढ़ से हुई जान-माल की हानि
- मौतें: अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें पठानकोट में 6, लुधियाना में 4, अमृतसर, बरनाला, मानसा, रूपनगर और होशियारपुर में तीन-तीन मौतें हुई हैं।
- लापता: 3 लोग अभी भी लापता हैं।
- मकान गिरने की घटना: बरनाला में मकान गिरने से पति-पत्नी की मौत हुई।
राहत और बचाव कार्यों में जुटे रणदीप हुड्डा और प्रशासन
- बॉलीवुड अभिनेता रणदीप हुड्डा बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए सक्रिय हैं।
- प्रशासन, सेना और एनडीआरएफ राहत कार्यों में लगे हुए हैं।
- केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पंजाब दौरे पर आ रहे हैं।
- सांसद राघव चड्ढा ने सांसद निधि से 3.25 करोड़ रुपए जारी किए हैं।
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रभावित किसानों के लिए तत्काल राहत पैकेज की मांग की है।
पंजाब सरकार के मुख्य सचिव के आदेश: राहत कार्यों को गति देने के लिए 6 अहम निर्देश
- जिला मजिस्ट्रेट को अधिकार: बाढ़ या आपदा के गंभीर खतरे पर सभी जरूरी आदेश जारी करने का अधिकार।
- जिला आपदा प्रबंधन इकाइयां (DDMA): प्रभावितों को खाद्य सामग्री, पानी, दवा और सुरक्षित स्थान उपलब्ध कराना।
- सभी विभाग सक्रिय रहें: कर्मचारियों को छुट्टियों की परवाह किए बिना ड्यूटी पर रहना अनिवार्य।
- सेवाओं की बहाली: सड़क, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सेवाएं तुरंत बहाल करें।
- फोन और इंटरनेट सेवाएं: टेलीकॉम कंपनियों को मोबाइल और लैंडलाइन सेवाएं चालू रखने के निर्देश।
- पंचायत और स्थानीय निकाय सहयोग: राहत और बचाव कार्यों में पूरी मदद करें।
डैमों की स्थिति: सतर्कता जारी
- पोंग डैम: जलस्तर 1393.19 फीट, आवक 1,60,183 क्यूसेक, निकास 79,837 क्यूसेक। आवक निकास से दोगुना है, जलस्तर बढ़ रहा है।
- भाखड़ा डैम: जलस्तर 1677.84 फीट, आवक 86,822 क्यूसेक, निकास 65,042 क्यूसेक। जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ने की संभावना।
- हरिके हेडवर्क्स: जलस्तर 686.50 फीट, कुल आवक 3,35,030 क्यूसेक, जिसमें से अधिकांश पानी डाउनस्ट्रीम बह रहा है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों की तस्वीरें और स्थानीय प्रयास

- पठानकोट में रावी नदी ने सरकारी इमारतों को नुकसान पहुंचाया।
- पटियाला में डीसी कोमल मित्तल और सांसद मलविंदर सिंह कंग ने नुकसान का जायजा लिया।
- पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सेना और स्थानीय लोगों के साथ राहत कार्यों में जुटे।
- न्यू चंडीगढ़ के मुल्लांपुर में तेज बारिश से घर की दीवार गिरने और सड़क बहने की घटनाएं हुईं।
- मंड क्षेत्र में समाजसेवी संस्थाएं बाढ़ में फंसे परिवारों को भोजन पहुंचा रही हैं।
- होशियारपुर में जलभराव के बीच एक दूल्हा ट्राली में बैठकर शादी के लिए निकला।

पंजाब में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर है, जिसमें लाखों लोग प्रभावित हुए हैं और कई जान-माल की हानि हुई है। सरकार, प्रशासन, सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय लोग मिलकर राहत कार्यों में जुटे हैं। सभी विभागों को सतर्क रहकर आपदा प्रबंधन के निर्देशों का पालन करना होगा ताकि प्रभावितों को जल्द से जल्द मदद पहुंच सके। जनता को भी सतर्क रहना और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना आवश्यक है।