BY: Yoganand Shrivastva
पंजाब: में ड्रग्स और हथियारों की तस्करी पर लगाम कसने के लिए राज्य सरकार ने तीन अत्याधुनिक एंटी-ड्रोन सिस्टम पंजाब पुलिस को सौंप दिए हैं। यह पहल पंजाब को देश का पहला ऐसा राज्य बनाती है, जिसके पास अपना एंटी-ड्रोन सिस्टम है। तरनतारन में आयोजित समारोह में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इनका उद्घाटन किया।
केजरीवाल ने कार्यक्रम में कहा कि पहले पंजाब में नशा एक बड़ी समस्या थी और पिछली सरकारों की तस्करों से मिलीभगत ने स्थिति को बदतर बना दिया। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार ने नशा माफिया के खिलाफ सख्त अभियान चलाया है, चाहे आरोपी कितना भी बड़ा नेता, अधिकारी या तस्कर क्यों न हो। नशे से अर्जित संपत्तियों को जब्त कर शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने संबोधन में पूर्व सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2009 में नशे के आदी युवाओं की संख्या जहां लगभग 1,000 थी, वहीं 2015 तक यह बढ़कर करीब 20,000 हो गई। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने नशे के पैसों से महल खड़े किए, उनकी संपत्ति अब जब्त होगी और जनता के हित में उपयोग होगी।
सरकार ने कुल 9 एंटी-ड्रोन सिस्टम का ऑर्डर दिया है, जिनमें से तीन सिस्टम अभी पुलिस को सौंपे गए हैं और बाकी जल्द उपलब्ध होंगे। इनकी कीमत लगभग 51.41 करोड़ रुपये है। यह सिस्टम न केवल ड्रोन और उसके नियंत्रण केंद्र का पता लगाने में सक्षम हैं, बल्कि रीयल-टाइम लोकेशन ट्रैकिंग और अलर्ट भी प्रदान करते हैं।
पंजाब पुलिस को इन उपकरणों के संचालन के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही, सीमावर्ती 596 गांवों में स्थानीय नागरिकों, पूर्व सैनिकों और पुलिसकर्मियों को शामिल कर एक मजबूत निगरानी नेटवर्क तैयार किया गया है।
पिछले कुछ वर्षों में पंजाब पुलिस ने ड्रोन के जरिए होने वाली तस्करी पर कई सफल कार्रवाई की है। 2022 से 15 जुलाई 2025 तक 591 ड्रोन बरामद किए गए, जिनसे 932 किलो हेरोइन, 263 पिस्टल, 14 एके-47 राइफल, 66 हैंड ग्रेनेड और 15 किलो आरडीएक्स जब्त हुआ। इसके अलावा, 22,000 से अधिक तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
मुख्यमंत्री मान का कहना है कि यह तकनीक न केवल ड्रग्स और हथियारों की तस्करी रोकने में मदद करेगी, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भी अहम भूमिका निभाएगी।