अभिनेत्री और पंजाब किंग्स की सह-मालिक प्रीति ज़िंटा ने भारतीय सेना की दक्षिण पश्चिम कमान के तहत Army Wives Welfare Association (AWWA) को ₹1 करोड़ का दान दिया है। यह दान भारत के ऑपरेशन सिंदूर के लॉन्च के कुछ ही दिनों बाद आया है, जो 22 अप्रैल को झालरम आतंक हमले के जवाब में शुरू किया गया था। इस हमले में 26 पर्यटकों की आतंकवादियों ने निर्मम हत्या की थी।
प्रीति ज़िंटा ने सेना परिवारों के प्रति भावुक संदेश दिया
प्रीति ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें वे सेना के परिवारों को संबोधित करती नजर आईं। उन्होंने सैनिकों और उनके परिवारों की बहादुरी और हिम्मत की जमकर प्रशंसा की।
प्रीति ने कहा,
“हमारी भारतीय सेना बहादुर ही नहीं, पराक्रमी भी है। लेकिन इससे भी ज़्यादा बहादुर और पराक्रमी हैं उनके परिवार। यह हमारा एक छोटा सा तोहफा है।”
सैनिकों के परिवारों से मुलाकात का अपना अनुभव साझा किया
प्रीति ज़िंटा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा कि जब वह दक्षिण पश्चिम कमान के ऑडिटोरियम पहुंची, तो उन्होंने वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों के पोस्टर देखे। कुछ ने देश के लिए अपनी जान दी, तो कुछ घाव लेकर लौटे। ये सभी सैनिक पति, बेटे, भाई और पिता थे जिन्होंने आज़ादी के लिए अपना कल कुर्बान किया।
उन्होंने आगे कहा,
“मैंने उन महिलाओं से मुलाकात की, जो हर दिन अपने सैनिक पति को याद करती हैं। उनके बच्चे हँस रहे थे, लेकिन उनके चेहरे पर गर्व, ताकत और बलिदान झलक रहा था। उस ऑडिटोरियम में इतनी बहादुरी देखी कि मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकती। यह मेरे लिए सच्चा सम्मान था कि मैं इन वीर नारियों और उनके परिवारों के साथ मंच साझा कर सकी।”
ऑपरेशन सिंदूर का सार
भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जो 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में था। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या हुई थी। भारतीय सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। इस अभियान में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठन के सौ से अधिक आतंकवादी मारे गए।
जवाबी कार्रवाई में बढ़ा तनाव
आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर शेलिंग की और ड्रोन हमले भी किए। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसमें 11 एयरबेस के रडार, कम्युनिकेशन सेंटर और एयरफील्ड्स को नुकसान पहुंचाया गया।
निष्कर्ष
प्रीति ज़िंटा का यह दान और उनकी भावुक अपील भारतीय सेना के परिवारों के लिए सम्मान और समर्थन की मिसाल है। उनके इस कदम से समाज में सैनिक परिवारों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और देशभक्ति की भावना और मजबूत होगी।