भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश के सब्जी उत्पादक किसानों को सरकार की प्रोत्साहन योजना का भरपूर लाभ मिल रहा है। कैश क्राप प्रोडक्शन को किसानों ने हाथों-हाथ लिया है। यही कारण है कि सबके किचन की डेली नीड टमाटर के उत्पादन में मध्यप्रदेश पूरे देश में पहले स्थान पर है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन (पीएमएफएमई-PMFME) योजना के माध्यम से टमाटर की फसल पर आधारित लघु उद्योगों को व्यापक स्तर पर प्रोत्साहन मिल रहा है। टमाटर के बीज पर सरकार द्वारा किसानों को 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है। इस अनुदान से किसानों को बड़ा संबल मिल रहा है। योजना का लाभ लेकर हमारे किसान भाई आत्मनिर्भर बनकर समृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं।
उत्पादन में कीर्तिमान रचता मध्य प्रदेश
- 2021-22 में 1,10,964 हेक्टेयर में टमाटर की फसल
- 2022-25 में 1,27,740 हेक्टेयर हुआ टमाटर का रकबा
- PMFMI योजना से टमाटर के लघु उद्योगों को प्रोत्साहन
- टमाटर बीजों पर 50% तक अनुदान दे रही सरकार
- 9 हजार किसान सब्जी क्लस्टर से जुड़ेंगे
- प्रदेश में 85 नई परियोजनाएं होंगी शुरू
- प्रदेश कहलाता है “सोयाबीन कैपिटल ऑफ इंडिया”
- पंजाब-हरियाणा के बाद तीसरा सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक राज्य
- प्याज, आलू उत्पादन में शीर्ष 5 उत्पादक राज्यों में शामिल
- दलहन और तिलहन फसलों में रिकॉर्ड उत्पादन
- चना, मसूर, सरसों और मूंग का बंपर उत्पादन
- प्रदेश “दलहन उत्पादन में अग्रणी राज्य” घोषित
- प्रदेश तेजी से एथेनॉल हब के रूप में उभर रहा
- ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भर राज्यों में गिनती
- वन उपज व हर्बल उत्पादों में अग्रणी मध्य प्रदेश
- गोंद, हर्रा, बहेरा, तुलसी और अश्वगंधा जैसी औषधी
- वन उपजों के संग्रहण और प्रसंस्करण में प्रदेश अग्रणी
- दुग्ध उत्पादन में तेजी से आगे बढ़ रहा प्रदेश
- कई जिले डेयरी हब के रूप में हो रहे विकसित
मध्यप्रदेश हर क्षेत्रों में तेजी से प्रगति कर रहा है और देशभर में नए कीर्तिमान बना रहा है। कृषि से लेकर उद्योग तक, प्रदेश की पहचान अब विकास और उत्पादन के नए केंद्र के रूप में हो रही है। मध्यप्रदेश कृषि क्षेत्र में लगातार नए कीर्तिमान स्थापित कर सोयाबीन, गेहूं, चना, मसूर और सरसों जैसी फसलों के उत्पादन में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। लेकिन अब टमाटर उत्पादन के क्षेत्र में भी मध्यप्रदेश ने नया इतिहास रचते हुए देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। मध्य प्रदेश ने जब से टमाटर को एक जिला एक उत्पाद यानि ODOP योजना में शामिल किया है तब से टमाटर उत्पादन का रकबा कई गुना बढ़ गया है. ओडीओपी योजना में सतना, अनूपपुर, सागर, कटनी, दमोह, झाबुआ समेत अब तक 11 जिले अलग-अलग वर्षों में इस योजना में शामिल हुए हैं। इसके साथ ही राज्य के किसान आधुनिक तकनीक और सरकारी योजनाओं की मदद से तेजी से आत्मनिर्भर बन रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश के सब्जी उत्पादक किसानों को सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं का भरपूर लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि सबके किचन की प्राथमिक आवश्यकता टमाटर के उत्पादन में मध्यप्रदेश पूरे देश में पहले स्थान पर है। सीएम डॉ. यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन (PMFME) योजना के माध्यम से टमाटर की फसल पर आधारित लघु उद्योगों को व्यापक स्तर पर प्रोत्साहन मिल रहा है। सरकार द्वारा टमाटर के बीज पर 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है, जिससे किसानों को बड़ा संबल प्राप्त हुआ है। इस योजना से लाभान्वित होकर प्रदेश के किसान भाई आत्मनिर्भरता और समृद्धि की दिशा में तेजी से अग्रसर हैं।





