BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी अहम जानकारियाँ साझा करते हुए बताया कि इस अभियान में पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा, जिसके बाद वह युद्धविराम के लिए मजबूर हो गया।
एयर चीफ के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने इस अभियान के दौरान पाकिस्तान के 5 फाइटर जेट और एक अन्य एयरक्राफ्ट को मार गिराया। इसके अलावा, दो कमांड सेंटर, छह रडार और तीन हैंगर को भी पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इस अभियान में S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने निर्णायक भूमिका निभाई और पाकिस्तान की ओर से किया गया हवाई हमला बुरी तरह नाकाम हो गया।
नूर खान और बुरारी बेस पर करारा वार
पहली बार आधिकारिक रूप से पुष्टि करते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस और बुरारी बेस पर मौजूद विमानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया गया। इस दौरान आकाश एयर डिफेंस सिस्टम और ड्रोन यूनिट्स ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस अभियान में भारतीय सैन्य ठिकानों को कोई नुकसान नहीं पहुँचा और पाकिस्तान के रडार सिस्टम को पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया गया।
बहावलपुर और मुरीदके पर सटीक हमला
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद मुख्यालय पर हमले की तस्वीरें दिखाईं, जिनमें साफ देखा जा सकता था कि आसपास की इमारतों को कोई क्षति नहीं पहुँची, जबकि केवल आतंकी ठिकाना नष्ट हुआ।
इसी तरह, मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय पर भी पहले और बाद की तस्वीरों के जरिए नुकसान का प्रमाण प्रस्तुत किया गया।
सफलता के पीछे राजनीतिक इच्छाशक्ति और तालमेल
एयर चीफ ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के पीछे सबसे बड़ा कारण थी स्पष्ट राजनीतिक इच्छाशक्ति। सेना को बिना किसी प्रतिबंध के योजना बनाने और उसे लागू करने की पूरी स्वतंत्रता दी गई थी।
उन्होंने कहा कि इस दौरान तीनों सेनाओं के बीच बेहतरीन समन्वय रहा, जिसमें सीडीएस की भूमिका महत्वपूर्ण थी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) ने सभी एजेंसियों को एकजुट करने में अहम योगदान दिया।
S-400: गेम चेंजर साबित हुआ
हाल ही में भारतीय वायुसेना में शामिल हुआ S-400 सिस्टम पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बन गया। एयर चीफ के मुताबिक, पाकिस्तान के हथियार इस प्रणाली को भेदने में पूरी तरह असफल रहे, जिससे भारत को हवाई मोर्चे पर निर्णायक बढ़त मिली।