BY: Yoganand Shrivastva
भारत द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के बाद लिए जा रहे सख्त कदमों से पाकिस्तान में चिंता का माहौल बन गया है। भारत की कूटनीतिक और आर्थिक कार्रवाईयों के दबाव में पाकिस्तान का रवैया बदलता नजर आ रहा है। इस्लामाबाद ने न केवल व्यापार और अन्य द्विपक्षीय गतिविधियों पर प्रतिबंध झेला है, बल्कि इस बार सीधे तौर पर आतंकवाद के खिलाफ बयान देने की भी नौबत आ गई है।
शहबाज शरीफ का बदला सुर
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार को पहली बार आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा कि उनकी सरकार किसी भी प्रकार की आतंकी गतिविधियों के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि पहलगाम हमले के बाद भारत की तरफ से उठाए गए भड़काऊ कदमों के बावजूद पाकिस्तान की प्रतिक्रिया संतुलित और जिम्मेदार रही है।
तुर्की से मिल रही समर्थन की उम्मीद
भारत की संभावित जवाबी कार्रवाई के डर से पाकिस्तान ने अपने पारंपरिक सहयोगियों से समर्थन जुटाना शुरू कर दिया है। इस संदर्भ में प्रधानमंत्री शरीफ ने इस्लामाबाद में तुर्की के राजदूत डॉ. इरफान नजीरोगलु से भेंट की और भारत की हालिया कार्रवाइयों पर चर्चा की। ‘रेडियो पाकिस्तान’ की रिपोर्ट के अनुसार, शरीफ ने दोहराया कि पाकिस्तान ने हमेशा से हर प्रकार के आतंकवाद की निंदा की है।
यह पहला अवसर है जब शहबाज शरीफ ने किसी आतंकी घटना पर खुलकर आतंकवाद के विरुद्ध बयान दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव भारत के लगातार दबाव और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की छवि को लेकर हो रही आलोचना का परिणाम हो सकता है।