संवाददाता – ललित दुबे
सिंहस्थ 2028 की तैयारियों को लेकर आज नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त संकेत भोंडवे पहुंचे। उन्होंने भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और अधिकारियों के साथ विस्तृत बैठक की।गुरुवार को ओंकारेश्वर पहुंचे आयुक्त संकेत भोंडवे ने सबसे पहले भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर आरती में हिस्सा लिया। इसके बाद उन्होंने मंदिर परिसर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और मंदिर ट्रस्ट समिति से चर्चा की।
आयुक्त ने निर्देश दिए कि मंदिर और नगर परिषद के कर्मचारियों की फिंगर एवं फेस आईडी से अटेंडेंस सिस्टम लागू किया जाए ताकि व्यवस्था में पारदर्शिता बनी रहे।भोंडवे ने कहा कि ओंकारेश्वर में सबसे ज्यादा श्रद्धालु भगवान ज्योतिर्लिंग के दर्शन हेतु पहुंचते हैं, इसलिए दर्शन प्रणाली को और अधिक सुलभ व व्यवस्थित बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने नगर की स्वच्छता व्यवस्था पर विशेष जोर देते हुए कहा कि नर्मदा तट पर श्रद्धालुओं द्वारा छोड़े जाने वाले कपड़ों को रीसायकल करने की व्यवस्था बनाई जाए। साथ ही सीवरेज से हो रहे रिसाव को रोकने और गंदगी पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।
आयुक्त ने बताया कि इसके लिए इंदौर की टीम से संपर्क कर एक व्यापक स्वच्छता एवं अपशिष्ट प्रबंधन प्लान तैयार करने को कहा गया है। तथा यहां के अपशिष्ट पदार्थ रिसाइकल कर सिंगाजी थर्मल को दिए जाने की योजना हैइसके अलावा, उन्होंने ममलेश्वर महालोक परियोजना की प्रस्तुति देखकर सभी अधिकारियों से कहा कि इस योजना को दिसंबर 2027 से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा जाए।आयुक्त ने ओंकारेश्वर कनेक्टिविटी सुधारने के लिए नेशनल हाईवे के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया और रेलवे के डीआरएम से रेलवे स्टेशन और पार्किंग सुविधाओं को लेकर चर्चा की। उन्होंने बताया कि ओंकारेश्वर में दो सस्पेंशन ब्रिज और घाटों के सौंदर्यीकरण की भी योजना प्रस्तावित है, जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिल सके। अंत में आयुक्त भोंडवे ने कहा कि अगर प्रस्तावित योजनाओं के लिए समय पर वित्त मिल जाए, तो ओंकारेश्वर का विकास कार्य तय समय से पहले पूरा कर लिया जाएगा।





