क्रिकेट के इतिहास में कुछ खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो सिर्फ रिकॉर्ड नहीं बनाते, बल्कि वो खुद एक इतिहास बन जाते हैं। महेंद्र सिंह धोनी यानी ‘कैप्टन कूल’ ऐसे ही क्रिकेट लीजेंड हैं। 7 जुलाई 2025 को माही अपना 44वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर हम बात कर रहे हैं उनके पांच ऐसे ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स की, जो आने वाले कई सालों तक शायद ही कोई तोड़ पाए।
1. तीनों ICC ट्रॉफी जीतने वाले एकमात्र कप्तान
धोनी क्रिकेट इतिहास के इकलौते कप्तान हैं जिन्होंने तीनों आईसीसी ट्रॉफी—
- T20 वर्ल्ड कप (2007)
- वनडे वर्ल्ड कप (2011)
- चैम्पियंस ट्रॉफी (2013)
भारत को जिताई।
यह उपलब्धि आज भी उन्हें बाकी सभी कप्तानों से अलग बनाती है।
2. इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज़्यादा स्टंपिंग
धोनी की विकेटकीपिंग स्किल्स दुनिया भर में मशहूर हैं। वो स्टंपिंग में बिजली की रफ्तार के लिए जाने जाते हैं।
- टोटल स्टंपिंग: 192
- टेस्ट: 38
- वनडे: 120
- टी20: 34
यह रिकॉर्ड तोड़ना किसी भी कीपर के लिए आसान नहीं होगा।
3. भारत के लिए सबसे ज़्यादा मैचों में कप्तानी
माही ने ना सिर्फ मैच खेले, बल्कि सबसे ज़्यादा मैचों में भारत की कप्तानी भी की:
- टेस्ट: 60
- वनडे: 200
- टी20: 72
जीत का आंकड़ा भी शानदार रहा:
- टेस्ट जीत: 27
- वनडे जीत: 110
- टी20 जीत: 41
आईपीएल में भी उन्होंने CSK को 5 बार चैंपियन बनाया, जिससे उन्हें लीग का सबसे सफल कप्तान माना जाता है।
4. विकेटकीपर बल्लेबाज़ का सबसे बड़ा स्कोर: 183*
31 अक्टूबर 2005 को श्रीलंका के खिलाफ जयपुर में धोनी ने
- 183 रनों की नाबाद पारी
- 15 चौके और 10 छक्के
लगा कर एडम गिलक्रिस्ट का रिकॉर्ड तोड़ा। यह एक विकेटकीपर द्वारा वनडे में बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर है।
5. सातवें नंबर पर बैटिंग करते हुए वनडे शतक
सातवें नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए शतक लगाना बेहद दुर्लभ है, लेकिन धोनी ने इसे भी मुमकिन कर दिखाया:
- मैच: दिसंबर 2012, बनाम पाकिस्तान
- स्कोर: 113 रन
अब तक धोनी इकलौते ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने सातवें नंबर पर यह कारनामा किया है।
धोनी सिर्फ नाम नहीं, एक प्रेरणा हैं
एमएस धोनी का क्रिकेट सफर सिर्फ ट्रॉफियों तक सीमित नहीं है। उनका शांत स्वभाव, रणनीतिक सोच और मैदान पर बेमिसाल परफॉर्मेंस उन्हें क्रिकेट के इतिहास का अमर खिलाड़ी बना देता है।
उनके ये रिकॉर्ड आने वाले कई सालों तक क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।