मध्यप्रदेश में मानसूनी बारिश ने व्यापक असर दिखाना शुरू कर दिया है। प्रदेश के कई हिस्सों में सड़कों के धंसने, पुलों के बहने और नदियों के उफान पर आने की खबरें हैं। शुक्रवार को प्रदेशभर में तेज बारिश के साथ हादसों की भी लंबी सूची देखने को मिली।
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प्रमुख घटनाएं और हादसेमौसम विभाग का अलर्ट: कहां होगा कितना असरऑरेंज अलर्ट वाले जिले (बहुत भारी बारिश की चेतावनी)यलो अलर्ट वाले जिले (भारी बारिश की संभावना)बारिश का कारण: सक्रिय मौसम तंत्रबारिश का व्यापक प्रभाव: तापमान में गिरावट और जलभराव5 दिन में पूरे प्रदेश में फैल गया मानसूनताजा स्थिति: नागरिकों के लिए अलर्ट जरूरीसावधानी ही सुरक्षा है
प्रमुख घटनाएं और हादसे
- मांडू (धार): खुद नदी में एक युवक तारों में फंसकर डूब गया।
- शिवपुरी: उफनती पुलिया पार कर रहा ट्रैक्टर बह गया, ट्रॉली में सवार 4 लोगों को ग्रामीणों ने बचाया।
- ग्वालियर: सड़क धंसने से एक बेसमेंट ढह गया, आसपास के मकानों में दरारें आईं।
- श्योपुर: खिरखिरी नदी के उफान से गांवों का संपर्क टूटा।
मौसम विभाग का अलर्ट: कहां होगा कितना असर
ऑरेंज अलर्ट वाले जिले (बहुत भारी बारिश की चेतावनी)
- रीवा संभाग के जिले: रीवा, सतना, मैहर, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली
- अगले 24 घंटों में यहां 4 से 8 इंच तक बारिश की संभावना।
यलो अलर्ट वाले जिले (भारी बारिश की संभावना)
- ग्वालियर, मुरैना, शिवपुरी, अशोकनगर, सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना सहित अन्य 49 जिले
- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर जैसे बड़े शहरों में भी बारिश के आसार।
बारिश का कारण: सक्रिय मौसम तंत्र
- प्रदेश के ऊपर लो-प्रेशर एरिया बना हुआ है।
- पश्चिम से ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी सक्रिय है।
- इन वजहों से पूर्वी और उत्तरी भागों में भारी बारिश का दौर जारी है।
बारिश का व्यापक प्रभाव: तापमान में गिरावट और जलभराव
- गुना में सबसे अधिक 2 इंच बारिश रिकॉर्ड हुई।
- शिवपुरी में 1.8 इंच, टीकमगढ़ में 1.5 इंच, नरसिंहपुर में 0.75 इंच बारिश दर्ज।
- पचमढ़ी में दिन का तापमान गिरकर 23.8 डिग्री तक पहुंचा।
- अधिकांश जिलों में तापमान 30 डिग्री से नीचे रहा।
5 दिन में पूरे प्रदेश में फैल गया मानसून
- देशभर में इस बार मानसून सामान्य से 8 दिन पहले पहुंचा।
- 13-14 जून को मानसून ने तेजी पकड़ी।
- 21 जून तक एमपी के सभी 53 जिलों में मानसून की एंट्री हो चुकी है।
- भिंड और मऊगंज आखिरी जिले थे, जहां शुक्रवार को मानसून पहुंचा।
ताजा स्थिति: नागरिकों के लिए अलर्ट जरूरी
- कई जिलों में सड़कों पर जलभराव, पुलों पर बहाव तेज।
- प्रशासन ने यात्रियों और ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील की है।
- अगले 24 घंटे बेहद अहम — भारी बारिश और दुर्घटनाओं की संभावना बरकरार।
सावधानी ही सुरक्षा है
मध्यप्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और अगले कुछ दिनों तक यही स्थिति बनी रह सकती है। नागरिकों को प्रशासन के निर्देशों का पालन करने, अनावश्यक यात्रा से बचने और सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।





