मध्यप्रदेश में मानसून की भारी बारिश अब जानलेवा होती जा रही है। सतपुड़ा डैम और बान सुजारा बांध के 7-7 गेट खोलने पड़े हैं। नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। प्रशासन अलर्ट मोड पर है और कुछ जिलों में स्कूलों की छुट्टी तक घोषित की गई है।
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डैम से निकला पानी, निचले इलाकों में खतरा
- बैतूल जिले के सारणी में सतपुड़ा डैम के 7 गेट खोले गए हैं, जिससे तवा नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ा।
- टीकमगढ़ जिले में बान सुजारा बांध के 7 गेट खोलने पड़े, जिससे धसान नदी का जलस्तर भी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया।
नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे से ऊपर
- मंडला में नर्मदा नदी 438.10 मीटर पर बह रही है, जो खतरे के निशान 437.8 मीटर से ऊपर है।
- सोमवार रात मंडला में उफनती नदी पार करते समय बाइक सवार तीन युवक बह गए। दो युवक बच निकले, लेकिन एक अभी लापता है।
स्कूल बंद और प्रशासन अलर्ट
- नर्मदापुरम में जिला शिक्षा अधिकारी ने भारी बारिश को देखते हुए मंगलवार को सभी स्कूलों में अवकाश घोषित किया।
- कई जगहों पर निचले इलाकों को खाली कराया जा रहा है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
मौसम विभाग का अलर्ट: इन जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है:
अति भारी बारिश (8 इंच तक) संभावित:
- नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट
भारी बारिश की संभावना:
- सीहोर, हरदा, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, दमोह, जबलपुर, छतरपुर, पन्ना, कटनी, डिंडोरी, उमरिया
हल्की बारिश:
- भोपाल और इंदौर में हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा।
क्या करें, क्या न करें: बाढ़ से बचाव के उपाय
- निचले इलाकों से तुरंत बाहर निकलें।
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
- किसी भी स्थिति में उफनती नदियों को पार न करें।
- स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें।
मध्यप्रदेश में मानसून की बारिश कहर बनकर टूट रही है। स्थिति पर प्रशासन लगातार नजर रखे हुए है लेकिन जनता को भी सतर्क रहने की जरूरत है। समय रहते सतर्कता ही जान और माल की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है।