BY: Yoganand Shrivastva
भोपाल — मध्य प्रदेश में राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई है। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने हाल ही में एक सभा में आरोप लगाया कि 2023 के विधानसभा चुनाव में “वोट चोरी” हुई और चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं रहा। इस टिप्पणी के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच शब्दों का संग्राम छिड़ गया।
सीएम मोहन यादव का पलटवार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राहुल गांधी के बयान को “अर्बन नक्सल मानसिकता” का उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप नेता प्रतिपक्ष के पद की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं और इसके लिए राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।
सिंधिया ने भी साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, “जिस कांग्रेस का अपना वोट बैंक लगभग खत्म हो चुका है, वह दूसरों पर चोरी का आरोप लगा रही है।” भोपाल दौरे पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि कांग्रेस बार-बार सेना, न्यायपालिका और चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं पर सवाल उठाकर उनका अपमान करती रही है।
सिंधिया ने याद दिलाया कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है जो पारदर्शिता और निष्पक्षता से काम करती है, और यह हर राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करती है।
“संस्थाओं पर कांग्रेस का अविश्वास”
सिंधिया ने आगे कहा, “जब सेना वीरता दिखाती है तो कांग्रेस सबूत मांगती है, न्यायपालिका पर आरोप लगाती है और अब चुनाव आयोग को बदनाम कर रही है। जनता सब देख रही है और समय आने पर जवाब देगी।”
कांग्रेस का पलटवार — “बीजेपी बौखला गई”
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा फर्जी वोटिंग पर किए गए खुलासों से भाजपा नेताओं में घबराहट साफ दिख रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावी प्रक्रिया में सुनियोजित गड़बड़ी कर लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है।
पटवारी के अनुसार,
- कर्नाटक की महादेवपुरा सीट पर एक लाख से अधिक फर्जी मतदाता जोड़े गए, जिससे भाजपा को फायदा हुआ।
- हरियाणा में कुल 22,000 वोट के अंतर से जीतने के बावजूद एक सीट पर ही एक लाख नकली वोट जोड़े गए।
- महाराष्ट्र में पाँच महीनों में एक करोड़ से अधिक मतदाता जोड़े गए, जो वयस्क जनसंख्या से भी अधिक है।
- मध्य प्रदेश में पोस्टल बैलेट में हारने के बाद भी भाजपा ने ईवीएम से जीत दर्ज की।
“सच से बच रही है भाजपा”
पटवारी ने दावा किया कि भाजपा संवैधानिक और चुनावी संस्थाओं पर नियंत्रण कर रही है और मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए बेतुके बयान दे रही है। उनका कहना है कि जनता के सामने सच्चाई आने का डर भाजपा नेताओं के चेहरों पर साफ झलक रहा है।