Isa Ahmad
सनातन धर्म की दिव्य धारा में अध्यात्म, आस्था और एकता का अद्भुत प्रवाह उस समय और भी भव्य दिखाई दिया, जब मध्यप्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ‘सनातन हिंदू एकता यात्रा’ में शामिल हुए। सिद्धपीठ बागेश्वर धाम के पूज्य पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पावन सान्निध्य में दिल्ली से वृंदावन धाम तक निकाली जा रही यह ऐतिहासिक पदयात्रा सनातन संस्कृति की गौरवशाली परंपरा और राष्ट्र की एकात्म चेतना का अद्वितीय प्रतीक बन चुकी है।
यात्रा में शामिल होने के साथ ही मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने सनातन धर्म, सामाजिक सद्भाव और संस्कृति संरक्षण के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता का पुनः संकल्प लिया। यात्रा स्थल पर पहुँचते ही पूज्य बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने उन्हें स्नेहिल आशीर्वाद प्रदान किया। भक्ति की सुरधारा, मंत्रोच्चार और जय श्रीराम के गगनभेदी जयघोष के बीच भक्तों ने फूलों की वर्षा कर मंत्री राजपूत का भव्य स्वागत किया। हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालु इस पावन क्षण के साक्षी बने, जब मंत्री ने सनातन एकता और धर्म-संरक्षण का संदेश देते हुए यात्रा में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया।
इस अवसर पर मंत्री राजपूत ने कहा कि सनातन धर्म राष्ट्र की प्राणशक्ति है। ऐसी पवित्र यात्राएँ समाज को जोड़ती हैं, आस्था को दृढ़ करती हैं और नई पीढ़ी को सही दिशा प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि पूज्य बागेश्वर धाम सरकार के सान्निध्य में निकल रही ‘सनातन हिंदू एकता यात्रा’ पूरे देश में शक्ति, सद्भाव और आध्यात्मिक ऊर्जस्विता का संदेश फैला रही है, जो हर सनातनी के लिए गर्व का विषय है।
आयोजन समिति द्वारा मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को यात्रा के भव्य आयोजन में प्रमुख सहयोगी के रूप में विशेष सम्मान प्रदान किया गया। उनकी उपस्थिति ने न केवल यात्रा की गरिमा को बढ़ाया, बल्कि भक्तों में भी नए उत्साह का संचार किया।
यात्रा के अगले पड़ाव में वृंदावन धाम में होने वाली महाआरती, विशाल सत्संग, दिव्य प्रवचन और भजन संध्या को लेकर श्रद्धालुओं में अपार उत्साह है। देशभर से उमड़ती श्रद्धा की यह अविरल धारा ‘सनातन हिंदू एकता यात्रा’ को एक ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महायात्रा के रूप में स्मरणीय बना रही है।





