अमेरिका के लॉस एंजिलिस में बीते पांच दिनों से अप्रवासियों के समर्थन में हो रहे प्रदर्शन अब हिंसक रूप ले चुके हैं। हालात पर काबू पाने के लिए शहर की मेयर कैरन बैस ने आपातकाल की घोषणा करते हुए शाम 6 बजे से कर्फ्यू लागू कर दिया है।
मंगलवार रात 8 बजे से बुधवार सुबह 6 बजे तक डाउनटाउन लॉस एंजिलिस के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू जारी रहा। यह प्रदर्शन अब अमेरिका के 12 राज्यों के 25 शहरों तक फैल चुका है।
प्रदर्शन का विस्तार: शांतिपूर्ण से हिंसक आंदोलन तक
प्रमुख शहरों में प्रदर्शन:
- सैन फ्रांसिस्को
- डलास
- ऑस्टिन
- टेक्सास
- न्यूयॉर्क
हालांकि कई जगह प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे, लॉस एंजिलिस में स्थिति नियंत्रण से बाहर होती नजर आई।
ट्रम्प की सख्त चेतावनी: “जरूरत पड़ी तो सैन्य बल का इस्तेमाल करूंगा”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दो टूक कहा है कि अगर हिंसा नहीं रुकी तो वह विद्रोह कानून (Insurrection Act) लागू कर सकते हैं, जिससे उन्हें देश में सैन्य बल भेजने का अधिकार मिल जाता है।
उन्होंने चेतावनी दी:
“अगर हालात काबू में नहीं आए, तो हम सेना को उतारेंगे और कानून व्यवस्था बहाल करेंगे।”
14 जून की चेतावनी:
वॉशिंगटन डीसी में 14 जून को होने वाली आर्मी परेड के दौरान किसी भी तरह के प्रदर्शन पर ट्रम्प ने कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। यह दिन सेना की 250वीं वर्षगांठ और ट्रम्प का 79वां जन्मदिन भी है।
अब तक 1100 से ज्यादा गिरफ्तारियां, दो मौतें
पुलिस ने सोमवार और मंगलवार को 1100 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। हिंसा में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है।
प्रदर्शन अवैध अप्रवासियों पर कार्रवाई और छापेमारी के विरोध में हो रहे हैं। हालात फिलहाल नियंत्रण में आते दिख रहे हैं।
लॉस एंजिलिस में आगजनी और झंडा जलाने की घटनाएं
प्रदर्शन के दौरान सामने आई कुछ चौंकाने वाली तस्वीरें:
- पुलिस वाहनों को आग के हवाले किया गया
- अमेरिकी झंडे को जलाया गया और उस पर थूका गया
- प्रदर्शनकारी मेक्सिको के झंडे के साथ कार पर चढ़े नजर आए
- कई गाड़ियां लगातार जलती रहीं
- 300 से ज्यादा नेशनल गार्ड्स ने प्रोटेक्टिव शील्ड्स के साथ मोर्चा संभाला
रिपब्लिकन पार्टी का आरोप: चीन और डेमोक्रेट्स दे रहे फंडिंग
रिपब्लिकन सांसद बिल एसेयली ने दावा किया है कि इन प्रदर्शनों को डेमोक्रेट समर्थित संगठनों और चीन से जुड़ी संस्थाओं द्वारा फंडिंग दी जा रही है।
- CHIRLA (Coalition for Humane Immigrant Rights) पर भी आरोप लगा कि उन्हें बाइडेन प्रशासन से 285 करोड़ की ग्रांट मिली थी।
- एक और संगठन PSS को चीनी अरबपति नेविल सिंगहम से कथित तौर पर फंडिंग मिलने का संदेह है।
नेशनल गार्ड की तैनाती पर विवाद
ट्रम्प ने 2000 नेशनल गार्ड्स को लॉस एंजिलिस भेजा, लेकिन मेयर कैरन बैस और कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम ने इसका विरोध किया।
मेयर बैस ने कहा:
“हम इस हालात से खुद निपट सकते हैं। हमें न तो सेना चाहिए और न ही नेशनल गार्ड। ट्रम्प का गवर्नर की सहमति के बिना गार्ड भेजना अस्वीकार्य है।”
ट्रम्प की डिपोर्टेशन पॉलिसी और छापेमारी अभियान
ट्रम्प ने हर दिन 3000 अवैध अप्रवासियों की गिरफ्तारी का टारगेट ICE को दिया है।
प्रदर्शन उसी के खिलाफ है। होमलैंड सिक्योरिटी का दावा है कि 1000 प्रदर्शनकारियों ने ICE ऑफिस घेरा और हमला किया।
छापेमारी में शामिल रहे संगठन:
- ICE
- DHS
- FBI
- DEA
मिलिट्री स्टाइल छापेमारी के प्रमुख बिंदु:
- एजेंट्स भारी हथियार, गैस मास्क और ग्रेनेड से लैस थे
- फ्लैश-बैंग, आंसू गैस, पेपर स्प्रे का इस्तेमाल हुआ
- टारगेट लोकेशंस: वेस्टलेक, फैशन डिस्ट्रिक्ट, साउथ एलए
अप्रवासियों और मानवाधिकार संगठनों की भूमिका
प्रदर्शनकारियों में शामिल:
- अप्रवासी समुदाय के लोग
- स्थानीय निवासी
- CHIRLA और National Day Labor Organizing Network जैसे संगठन
एक प्रदर्शनकारी रॉन गोशेज ने कहा:
“हमारे लोगों को किडनैप नहीं किया जा सकता। हम एकजुट होकर विरोध करेंगे।”
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लॉस एंजिलिस की सड़कों पर संघर्ष और सियासत
इस समय लॉस एंजिलिस राजनीतिक और सामाजिक तनाव का केंद्र बन गया है। ट्रम्प प्रशासन की सख्ती, स्थानीय नेतृत्व की असहमति और लोगों की नाराजगी ने हालात को जटिल बना दिया है।
अब यह देखना अहम होगा कि कानून व्यवस्था बहाल करने की प्रक्रिया लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ कैसे संतुलित की जाती है।