पांच साल के लंबे अंतराल के बाद, काजोल फिल्म ‘मां’ से बड़े पर्दे पर दमदार वापसी कर रही हैं। यह फिल्म 27 जून को सिनेमाघरों में रिलीज होगी और खास बात यह है कि इसमें काजोल पहली बार हॉरर और एक्शन जॉनर में नजर आएंगी। यह फिल्म सिर्फ एक हॉरर नहीं, बल्कि भारत की पहली माइथोलॉजिकल हॉरर फिल्म है, जो देवी काली और रक्तबीज की पौराणिक कथा से प्रेरित है।
‘मां’ शब्द का असली अर्थ: भावनाओं की गहराई
जब काजोल से पूछा गया कि उनके लिए ‘मां’ का क्या मतलब है, तो उन्होंने कहा:
“दुख हो या सुख, सबसे पहले मुंह से जो शब्द निकलता है, वो ‘मां’ होता है। जब कभी अंदर से शक्ति की ज़रूरत महसूस होती है, तब मां ही याद आती हैं। यह शब्द एक नहीं, कई परतों से बना है।”
क्यों खास है फिल्म ‘मां’?
काजोल ने बताया कि यह फिल्म भारत ही नहीं, दुनिया की पहली माइथोलॉजिकल हॉरर है।
- यह फिल्म देवी काली और रक्तबीज की कहानी पर आधारित है।
- स्क्रिप्ट पढ़ते ही काजोल को इसका कॉन्सेप्ट बेहद पसंद आया।
- शुरू में इसे हॉरर फिल्म नहीं माना गया था, लेकिन कहानी इतनी दमदार निकली कि इसे इस जॉनर में लाया गया।
- फिल्म में एक्शन और इमोशन का जबरदस्त तालमेल है।
क्या फिल्म से जुड़ा है काजोल का आध्यात्मिक कनेक्शन?
काजोल ने बताया कि इस फिल्म से उनका गहरा स्प्रिचुअल कनेक्शन है:
“जनवरी में मेरे मन में लगातार ये भाव आ रहा था कि मुझे कामाख्या और दक्षिणेश्वर जाना है। पर वक्त नहीं मिल रहा था। तभी अचानक इस फिल्म का ऑफर आया। ये सिर्फ संयोग नहीं हो सकता। लगता है मां ने रास्ता दिखाया।”
शूटिंग के दौरान डर और चुनौती
काजोल के मुताबिक, फिल्म की शूटिंग लोकेशन काफी डरावनी थी और कई दृश्य उनके लिए भावनात्मक और शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण रहे।
- क्लाईमैक्स सीन शूट करते वक्त काजोल खुद भी विचलित हो गई थीं।
- एक्शन सीन्स के लिए उन्हें खुद को पूरी तरह से तैयार करना पड़ा।
- शूटिंग इतनी तेजी से हुई कि फिल्म एक साल के अंदर ही तैयार हो गई।
फिल्म का विलेन कौन है?
जब उनसे राक्षस (विलेन) के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा:
“ये मैं नहीं बताऊंगी। उसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी। फिल्म में आपके विश्वास और राक्षस के बीच की लड़ाई है। सवाल ये है कि क्या आपका विश्वास जीत पाएगा?”
युग और न्यासा ने क्या कहा?
काजोल ने बताया कि उनके दोनों बच्चे युग और न्यासा ने अभी तक फिल्म नहीं देखी है, लेकिन ट्रेलर देखकर युग बेहद एक्साइटेड हो गया था। उसका रिएक्शन था:
“मम्मी, मैं तो पागल हो जाऊंगा!”
सेट से एक यादगार पल
क्लाइमेक्स सीन के बारे में काजोल बोलीं:
“उस सीन के बाद मैं एक मिनट तक कुछ बोल ही नहीं पाई। अजीब सा एहसास था। जब आप फिल्म देखेंगे, तो समझ पाएंगे कि मैं क्या कहना चाहती हूं।”
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दर्शकों के लिए काजोल का संदेश
“मैं चाहती हूं कि लोग सिनेमाघर जाकर ‘मां’ देखें। हमने बहुत दिल और मेहनत से ये फिल्म बनाई है। और फनी नोट पर कहूं तो… आपको ‘मां’ की कसम है, फिल्म जरूर देखना।”





