इंग्लैंड और भारत के बीच खेले जा रहे बर्मिंघम टेस्ट में जहां भारत ने मजबूत स्थिति बना ली है, वहीं इंग्लैंड के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज जेमी स्मिथ ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने 128 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए टेस्ट क्रिकेट में 7वें या उससे नीचे क्रम पर सबसे बड़ी पारी खेली।
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जेमी स्मिथ की ऐतिहासिक पारी
- नाबाद 184 रन: स्मिथ ने 207 गेंदों में 184 रन बनाए, जिसमें 21 चौके और 4 छक्के शामिल थे।
- 7वें नंबर पर उतरकर खेली सबसे बड़ी टेस्ट पारी: इससे पहले यह रिकॉर्ड के.एस. रणजीतसिंहजी के नाम था, जिन्होंने 1897 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 175 रन बनाए थे।
- स्मिथ की यह पारी तब आई जब इंग्लैंड की टीम संघर्ष कर रही थी। उन्होंने अकेले दम पर स्कोर को 400 के पार पहुंचाया।
भारत ने कस लिया शिकंजा
तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने दूसरी पारी में 1 विकेट के नुकसान पर 64 रन बना लिए हैं और कुल 244 रनों की बढ़त हासिल कर ली है।
- भारत की पहली पारी: 587 रन
- इंग्लैंड की पहली पारी: 407 रन (स्मिथ की पारी ने इस स्कोर तक पहुंचाया)
- दूसरी पारी में भारत के लिए:
- केएल राहुल 28 रन बनाकर नाबाद
- करुण नायर 7 रन पर नाबाद
- यशस्वी जायसवाल ने 28 रन बनाए
क्यों खास है जेमी स्मिथ की पारी?
- इस पारी ने न सिर्फ एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड तोड़ा, बल्कि इंग्लैंड की डूबती पारी को भी सहारा दिया।
- स्मिथ ने जिस संयम और आक्रामकता का संतुलन दिखाया, वह एक अनुभवी खिलाड़ी की तरह नजर आया।
- उन्होंने कठिन परिस्थिति में जिम्मेदारी ली और पारी को संभाला, जिससे टीम को सम्मानजनक स्कोर मिला।
रणजीतसिंहजी का रिकॉर्ड हुआ इतिहास
- 1897 में बने के.एस. रणजीतसिंहजी के रिकॉर्ड को तोड़ना कोई आसान बात नहीं थी।
- 128 वर्षों तक यह रिकॉर्ड बरकरार रहा था।
- स्मिथ की पारी ने उन्हें इंग्लैंड के टेस्ट इतिहास में खास दर्जा दिला दिया है।
आगे का मैच कैसा दिख रहा है?
- भारत की पकड़ अब इस टेस्ट मैच में मजबूत हो चुकी है।
- चौथे दिन भारत की कोशिश होगी कि वह तेजी से रन बनाकर इंग्लैंड को एक मुश्किल लक्ष्य दे।
- दूसरी ओर, इंग्लैंड की गेंदबाजी पर दबाव रहेगा कि वे जल्दी विकेट लेकर वापसी करें।
जेमी स्मिथ की यह पारी केवल आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती, धैर्य और क्रिकेटिंग स्किल्स का प्रदर्शन भी है। उन्होंने न केवल अपने लिए, बल्कि इंग्लैंड क्रिकेट के इतिहास में भी एक नया अध्याय जोड़ दिया है। अब सभी की निगाहें चौथे दिन के खेल पर हैं, जहां भारत अपनी बढ़त को और मजबूत करने की कोशिश करेगा।