छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में टैक्स चोरी के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है। स्टेट GST विभाग ने आयरन स्क्रैप और लोहा व्यापार से जुड़े अमन अग्रवाल (32) को गिरफ्तार किया है। उस पर फर्जी फर्मों के जरिए भारी मात्रा में टैक्स हेराफेरी करने का आरोप है।
फर्जी फर्मों के जरिए 262 करोड़ की खरीदी-बिक्री
GST अधिकारियों के मुताबिक, अमन अग्रवाल ने वित्तीय वर्षों 2023-24, 2024-25 और 2025-26 के दौरान लगभग 262 करोड़ रुपये की फर्जी खरीदी-बिक्री दिखाई।
- इन लेनदेन में 10 बोगस फर्म का उपयोग किया गया।
- कारोबारी ने 26 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) लिया था, जो कि पूरी तरह से फर्जी था।
- ये लेन-देन छत्तीसगढ़ के भीतर अन्य फर्जी फर्मों को बिक्री दिखाकर किए गए थे।
इस टैक्स चोरी से सरकार को भारी 26 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है।
आरोपी के पास दो मुख्य फर्में
कारोबारी अमन अग्रवाल अगस्त्य इंटरप्राइजेज और अग्रवाल इंटरप्राइजेज का मालिक है। जांच में पता चला कि इन्हीं फर्मों के जरिए उसने फर्जी लेनदेन दिखाए थे।
GST विभाग ने क्यों की गिरफ्तारी?
- अमन अग्रवाल के खिलाफ GST एक्ट की धारा 69 और 132(B) के तहत मामला दर्ज किया गया।
- इन धाराओं के अंतर्गत टैक्स चोरी के गंभीर मामलों में गिरफ्तारी की जा सकती है।
कोर्ट में पेशी आज
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां न्यायिक कार्यवाही की जाएगी। GST टीम ने इस मामले को लेकर और भी जांच शुरू कर दी है, जिससे अन्य फर्जी फर्मों और कारोबारियों की संलिप्तता सामने आ सकती है।
यह खबर क्यों है महत्वपूर्ण?
- यह मामला GST कानून के उल्लंघन का एक गंभीर उदाहरण है।
- यह दिखाता है कि फर्जी फर्म बनाकर किस तरह बड़े पैमाने पर सरकार को नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
- यह कार्रवाई टैक्स चोरी के खिलाफ सरकार की सख्त नीति को दर्शाती है।
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रायपुर में अमन अग्रवाल की गिरफ्तारी से यह साफ है कि GST विभाग अब टैक्स चोरी के मामलों में पहले से ज्यादा सक्रिय हो गया है। आम लोगों और कारोबारियों के लिए यह एक चेतावनी है कि टैक्स नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कानूनी कार्रवाई तय है।